दिल्ली : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ आज पंजाब के सीएम सरदार भगवंत मान ने दिल्ली सरकार के शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए विश्व चर्चित कामों को देखा. सीएम भगवंत मान ने कहा कि हम दिल्ली मॉडल को पंजाब में भी लागू करेंगे. पंजाब की बेहतरी के लिए जो भी अच्छे काम होंगे, हम जरूर उनसे सीख लेंगे. एक-दूसरे से सीख लेकर ही देश आगे बढ़ेगा. दिल्ली सरकार की तरह हम भी पंजाब में शिक्षकों और प्रधानचार्यों को ट्रेनिंग देंगे और सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए उनसे आइडिया लेंगे. हम पंजाब के सरकारी स्कूलों को भी ऐसा मॉडल बनाएंगे, जहां अमीर-गरीब के बच्चे एक बेंच पर पढ़ सकेंगे. हम पंजाब में भी वर्ल्ड क्लास स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए वचनबद्ध हैं. वहीं, सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब के सीएम भगवंत मान दिल्ली के स्कूल, अस्पताल और मोहल्ला क्लीनिक को देख काफ़ी प्रभावित हुए. उन्होंने इच्छा जताई कि वे पंजाब में भी ऐसे ही अस्पताल और क्लीनिक बनाएंगे. हम, पंजाब के लोगों को विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए पंजाब सरकार की हर संभव मदद करेंगे. ऐसे ही एक-दूसरे से सीखेंगे, बाबा साहब का सपना साकार करेंगे और देश के हर बच्चे को अच्छी से अच्छी शिक्षा देंगे, तभी तो देश तरक्की करेगा.
इस दौरान पंजाब सरकार के पंजाब के शिक्षा मंत्री गुरमीत सिंह मीत और स्वास्थ मंत्री डॉ. विजय सिंगला के अलावा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा, समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम, विधायक आतिशी, विधायक सौरभ भारद्वाज समेत संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
बड़े-बड़े स्कूल जो सोच भी नहीं सकते, वो दिल्ली के सरकारी स्कूलों में लागू हो चुका है- भगवंत मान
इस अवसर पर पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार भगवंत मान ने कहा कि आज हमने दिल्ली सरकार के स्कूल देखा. यह शिक्षा का अगला स्तर है. बड़े-बड़े स्कूल जो सोच भी नहीं सकते, वो दिल्ली के सरकारी स्कूलों में लागू हो चुका है. दिल्ली सरकार के स्कूलों में डिजिटल पढ़ाई हो रही है. अच्छी शिक्षा देने के लिए बड़ी-बड़ी संस्थाओं से सहयोग भी लिया जा रहा है. मैंने इस स्तर के सरकारी स्कूल भारत में कहीं नहीं देखे हैं. बहुत सारे बच्चों से भी बात की. बच्चों ने बताया कि वे बड़े-बड़े स्कूलों को छोड़कर आए हैं. दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पहले से अब ज्यादा सुविधाएं मिल रही है. बहुत जल्द ही पंजाब के अंदर भी स्मार्ट स्कूल देखने को मिलेगा. दिल्ली मॉडल को पंजाब में लागू करेंगे. स्कूलों में स्विमिंग पूल, बड़े-बड़े हॉल, हर तरह की लैब है और हैपिनेस क्लासेज चल रही हैं. स्कूल के बच्चे अपना विजन बता रहे हैं और देश के लिए अपना विजन बता रहे हैं. आने वाले समय में इन स्कूलों से हमारे देश के बहुत बड़े-बड़े इंजिनियर्स, डॉक्टर्स, साइंटिस्ट्स पैदा होंगे. मोहल्ला क्लिनिक में बहुत सारे लोग मिले, जो कह रहे थे कि हम बड़े अस्पतालों में नहीं जा सकते. मोहल्ला क्लीनिक घर के बिल्कुल नजदीक है. हम यहीं आकर इलाज करवाते हैं. कुछ बुजुर्गों ने यह भी बताया कि उन्हें मोहल्ला क्लीनिक में परिवार की तरह प्यार मिलता है. मोहल्ला क्लिनिक में दवाइयां बिल्कुल फ्री में उपलब्ध है. मुझे यह बताया गया कि 95 फीसद से अधिक लोग मोहल्ला क्लिनिक से ही ठीक होकर चले जाते हैं. जिन लोगों को कोई गंभीर बीमारी होती है, केवल उन्हें ही अस्पतालों के लिए रेफर किया जाता है.
सीएम सरदार भगवंत मान ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि दिल्ली मॉडल से सीखकर पंजाब में भी हम बहुत कुछ करेंगे. अरविंद केजरीवल जी ने कहा था कि जब दिल्ली के स्कूल ठीक हो सकते हैं, तो पंजाब के क्यों नहीं? जब दिल्ली के अस्पताल ठीक हो सकते हैं, तो पंजाब के क्यों नहीं? हमने सारा रोड मैप तैयार कर लिया है. हमारे पास पंजाब में जगह बहुत है. हम बड़े-बड़े ग्राउंड बना सकते है. दिल्ली में जगह की कमी के चलते सिर्फ बिल्डिंग के फ्लोर ही बढ़ा सकते है. लेकिन हमारे पास गांवों के स्कूलों में बहुत जगह है. आने वाले दिनों में शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर और प्रधानाचार्यों का हौसला बढ़ाकर उनसे आइडिया लेंगे और जिस तरह सीएम अरविंद केजरीवाल की सरकार ने शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को ट्रेनिंग दी, हौसला बढ़ाया है और स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए उनसे आइडिया लिया, उसी तरह हम भी पंजाब में शिक्षकों और प्रधानचार्यों को ट्रेनिंग देंगे, उनका हौसला बढ़ाएंगे और आइडिया लेंगे.
सीएम सरदार भगवंत मान ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के साथ दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक का दौरा किया. इन क्लीनिकों की तारीफ पूरी दुनिया ने की है. हम पंजाब में भी वर्ल्ड क्लास स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए वचनबद्ध हैं. पंजाब की बेहतरी के लिए जो भी अच्छे काम होंगे, हम ज़रूर उनसे सीख लेंगे.’’ एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल जी के साथ स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का दौरा किया. पूरे देश में दिल्ली की शिक्षा क्रांति की चर्चा होती है. हम पंजाब के सरकारी स्कूलों को भी ऐसा मॉडल बनाएंगे, जहां अमीर-गरीब के बच्चे एक बेंच पर पढ़ सकेंगे. इसी तरह एक-दूसरे से सीख ले कर देश आगे बढ़ेगा.’’
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने अपने मंत्रियों और अफ़सरों के साथ दिल्ली के शानदार सरकारी स्कूलों और विश्व चर्चित मोहल्ला क्लीनिक को देखा- अरविंद केजरीवाल
इस अवसर पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब के सीएम भगवंत मान के साथ उनके शिक्षा मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और अधिकारी आए हुए हैं, उन सबका हम स्वागत करते हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के सीएम भगवंत मान के दौरे को लेकर कई ट्वीट कर जानकारी साझा की. सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘आइए मिलकर देश की शिक्षा व्यवस्था को मज़बूत करें. पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार भगवंत मान जी का दिल्ली के शानदार सरकारी स्कूलों में हार्दिक स्वागत है.’’ सीएम अरविंद केजरीवाल ने दूसरा ट्वीट कर कहा, ‘‘पंजाब के मुख्यमंत्री और मेरे छोटे भाई भगवंत मान जी ने आज अपने अफ़सरों और मंत्रियों के साथ दिल्ली के शानदार सरकारी स्कूलों को देखा. ऐसे ही एक-दूसरे से सीखेंगे, बाबा साहब का सपना साकार करेंगे, देश के हर बच्चे को अच्छी से अच्छी शिक्षा देंगे. तभी तो देश तरक्की करेगा.’’ वहीं, एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘भगवंत मान जी ने आज दिल्ली के शानदार अस्पताल और विश्व चर्चित मोहल्ला क्लीनिक भी देखे. वो काफ़ी प्रभावित हुए. उन्होंने इच्छा जताई कि वे पंजाब में भी ऐसे ही अस्पताल और क्लीनिक बनाएंगे. पंजाब के लोगों को विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए पंजाब सरकार की हर संभव मदद करेंगे.’’
वहीं, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ पंजाब के सीएम भगवंत मान जी ने दिल्ली के सीएम श्री अरविंद केजरीवाल जी के साथ मोहल्ला क्लीनिक का दौरा किया और इस मॉडल को समझा. मोहल्ला क्लीनिक आज दुनिया के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का एक आइडल मॉडल बन गया है. एक-दूसरे से सीख कर बेहतर बनना, यही गुड गवर्नेंस की पहचान है.’’
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने एक्सिलेंस स्कूल की परिकल्पना के उद्देश्य के बारे में जाना
इससे पहले, आज सुबह पंजाब के सीएम सरदार भगवंत मान और सीएम अरविंद केजरीवाल का काफिला सबसे पहले कालकाजी स्थित डॉ. बी.आर. अंबेडकर स्कूल ऑफ एक्सिलेंस पहुंचा, जहां स्थानीय विधायक आतिशी और मुख्य सचिव (शिक्षा), शिक्षा निदेशक और स्कूल के प्रिंसिपल की तरफ से उनका स्वागत किया गया. इस दौरान सीएम भगवंत मान ने अपनी टीम के साथ स्कूल का भ्रमण किया और बच्चों से मिले. इसके बाद कम्यूटर साइंस का स्मार्ट क्लासरूम देखे. एंटरप्रिन्योरशिप माइंडसेट कॉरिकुलम के अंतर्गत संचालित बिजनेस ब्लॉस्टर्स प्रोग्राम के बच्चों से मिले और इनोवेशन लैब को देखा. एक्सीलेंस स्कूलों की स्थापना के पीछे बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा प्रदान करना है. यहां पर बच्चे जेईई और नीट की भी तैयारी करते हैं. दुनिया में शायद पहली बार यहां पर ऐसा प्रयोग किया गया है, जहां पर बच्चे को विभिन्न विधाओं को सीखता है. इन बच्चों का इंडस्ट्री के साथ इंटरैक्शन भी कराया जाता है.
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बताया कि कुछ बच्चों में काफी अधिक प्रतिभा होती है. उस बच्चे को सभी विषय पढ़ाया जाएगा, तो वो कुछ विषयों में फेल भी हो सकता है. इसलिए हमने ऐसे बच्चों के लिए अलग से परफार्मिंग एंड विजुअल ऑर्ट (पीवीए) स्कूल बना दिया है. पीवीए स्कूल में प्रतिभावान बच्चों की प्रतिभा को निखारा जाएगा. यह बच्चे लैपटॉप के जरिए पढ़ते हैं और नोटबुक का इस्तेमाल नहीं करते हैं. इस दौरान स्मार्ट क्लास के बच्चों से सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बातकर उनके अनुभवों को जाना. इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाले और बिजनेस ब्लॉस्टर्स के बच्चों से सीएम अरविंद केजरीवाल और सीएम भगवंत मान ने बातचीत की. सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि हर बच्चे को दिल्ली सरकार दो-दो हजार रुपए देती है. इस पैसे की मदद से बच्चे अपने बिजनेस आइडियाज पर इस काम करते हैं. इन बच्चों को आगे बिजनेस करने में मदद करने के लिए इंवेस्टर्स समिट आयोजित किया गया, जिसमें देश भर के बड़े-बड़े बिजनेसमैन आए. इन बच्चों ने उनके साथ अपने बिजनेस आइडिया को प्रस्तुत किया और निवेशकों ने इनके बिजनेस में लाखों रुपए का निवेश किया है.
सीएम भगवंत मान ने मोहल्ला क्लीनिक का दौरा कर केजरीवाल सरकार की तरफ से दी जा रही चार स्तरीय हेल्थ केयर डिलीवरी सिस्टम को समझा
डॉ. बी.आर. अंबेडकर स्कूल ऑफ एक्सिलेंस के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ पंजाब के सीएम भगवंत मान का चिराग एंक्लेव स्थित आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक पहुंचे. यहां स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, विशेष सचिव समेत अन्य अधिकारियों ने उनका स्वागत किया. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और अधिकारियों ने पंजाब के सीएम सरदार भगवंत मान और उनकी टीम को बताया कि आम आदमी मोहल्ला क्लिनिक (एएएमसी) को लोगों को उनके घर के पास गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश से बनाया गया है. घर के पास क्लीनिक होने से स्थानीय लोग तबीयत खराब होने पर 10 से 15 मिनट के अंदर क्लीनिक पहुंच कर प्राथमिक इलाज प्राप्त कर सकते हैं. एएएमसी की स्थापना की परिकल्पना प्री-इंजीनियर्ड इंसुलेटेड बॉक्स टाइप री-लोकेटेड स्ट्रक्चर (पोर्टा केबिन) के रूप में की गई है, जिन्हें पीडब्ल्यूडी के माध्यम से बनाया और स्थापित किया जाता है. आने वाले समय में ऐसे एक हजार मोहल्ला क्लीनिक खोले जाने हैं. अधिकारियों ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं के गैप को भरने के लिए दिल्ली सरकार ने चार स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल वितरण प्रणाली बनाई गई है. पहला, आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक, जहां छोटी-मोटी बीमारियों के लिए प्राथमिक इलाज की सुविधा उपलब्ध है. दूसरा, मल्टी स्पेशलिटी पॉली क्लिनिक हैं, जहां डायग्नोस्टिक्स सहित विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा ओपीडी परामर्श दिया जाता है. तीसरा, मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल हैं, जिसे पहले माध्यमिक स्तर का अस्पताल कहा जाता था और चौथा, सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल हैं, जिसे पहले तृतीयक स्तर का अस्पताल कहा जाता था.
इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि मोहल्ला क्लीनिकों में सारे टेस्ट फ्री होते हैं. कहीं से कोई आकर मोहल्ला क्लीनिक में इलाज करा सकता है. किसी से यह नहीं पूछा जाता है कि वो अमीर है या गरीब है. कोई भी आकर मोहल्ला क्लीनिक में अपना इलाज करा सकता है. ग्रेटर कैलाश दिल्ली का सबसे पॉश इलाका है. पहले हमें लगा कि वहां पर मोहल्ला क्लीनिक खोलने का कोई फायदा नहीं है. वहां के लोगों की मांग पर हम लोगों ने वहां पर मोहल्ला क्लीनिक खोले. एक दिन मैं वहां अचानक पहुंच गया और देखा कि काफी संपन्न लोग भी इलाज कराने के लिए आए हुए थे. इस दौरान दवा लेने आए मरीजों ने सीएम अरविंद केजरीवाल और सीएम सरदार भगवंत मान से बात कर मोहल्ला क्लीनिक की सराहना की और अपने अनुभवों को बताया.
आम आदमी मोहल्ली क्लीनिक का विजन और उद्देश्य
केजरीवाल सरकार का विजन है कि गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने और लोगों को सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (यूएचसी) प्रदान करने के लिए प्रौद्योगिकी नवाचारों और बहु हितधारक भागीदारी को जोड़ना है. एएएमसी का मिशन है कि लोगों को उनके घर के पास ही बुनियादी प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को उपलब्ध कराया जाए और सभी स्वास्थ्य देखभाल जरूरतों को पूरा किया जाए.
आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक की वर्तमान स्थिति
दिल्ली सरकार के विभिन्न हिस्सों में 488 आम अदमी मोहल्ला क्लीनिक संचालित हैं, जो 24 घंटे काम करते हैं. सितंबर 2022 तक 200 और एएएमसी को का करने लगेगे. इसके अलावा, फरवरी 2023 तक 100 और एएएमसी को संचालित किया जाएगा. आम आदमी मोहल्ला क्लीनिकों की शुरूआत होने से जनवरी 2022 तक ओपीडी में करीब 5,48,94,925 मरीजों को देखा गया है. करीब 230 तरह की जांच की सुविधा उपलब्ध है, जबकि 140 तरह की दवाएं मोहल्ला क्लीनिकों में निःशुल्क उपलब्ध है.
सीएम भगवंत मान ने शॉर्ट फिल्म के जरिए समझी केजरीवाल सरकार के स्कूलों में बदलाव की कहानी
आम आम मोहल्ला क्लीनिक के विजिट के उपरांत सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ पंजाब के सीएम भगवंत मान पूरी टीम के साथ चिराग एंक्लेव स्थित कौटिल्य गवर्नमेंट सर्वाेदय को-एड विद्यालय पहुंचे. यहां ग्रेटर कैलाश से विधायक सौरभ भारद्वाज, शिक्षा विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी, डायरेक्टर और स्कूल के प्रिंसिपल ने उनका स्वागत किया. इस दौरान स्कूल के प्रिंसिपल स्कूल में हुए बदलाव के बारे में संक्षिप्त में बनाया. शॉर्ट फिल्म दिखाया गया कि किस तरह से स्कूलों का बदलाव हुआ है. इस दौरान सीएम भगवंत मान को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि सरकार बनते ही दिल्ली सरकार के सभी स्कूलों के प्रिंसिपल को बुलाया गया. उस बैठक में प्रिसिंपल से कहा गया कि हम विश्व स्तरीय शिक्षा चाहते हैं. इस पर सभी प्रिंसिपल अपना विजन तैयार करके दे. इसके बाद दिल्ली के 54 स्कूलों के प्रिंसिपल ने अपना एक विजन तैयार करके दिया. उस विजन को लेकर दिल्ली सरकार ने अपने स्कूलों में क्रांतिकारी बदलाव की शुरूआत की. इस स्कूल में साइंस म्युजियम भी बनाय जा रहा है. सीएम भगवंत मान ने स्कूल में बने स्वीमिंग पूल को देखा. स्वीमिंग पूल स्कूल के बच्चों के लिए बनाया गया है, लेकिन सभी बच्चों के लिए निःशुल्क है. इस दौरान सीएम भगवंत मान ने एस्ट्रोनॉमी लैब, बॉयलॉजी लैब, केमिस्ट्री लैब, फिजिक्स लैब देखा और छात्रों ने अपने इनोवेशन के बारे में बताया. सीएम अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ सीएम सरदार भगवंत मान ने अपनी पूरी टीम के साथ हैप्पीनेस क्लास और देशभक्ति क्लास में कुछ देर बच्चों के बीच बिताया और समझा कि कैसे शिक्षक हैप्पीनेस क्लास के जरिए बच्चों में सकारात्मकता भरते हैं और नकारात्मकता को दूर करते हैं. वहीं, यह भी जाना कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में देशभक्ति क्लास के जरिए किस से बच्चों को कट्टर देशभक्त बनाया जा रहा है और बच्चों को अपने भारत देश पर गर्व करना सीखाया जा रहा है.
हैप्पीनेस करिकुलम
भावनाओं के विज्ञान पर आधारित, यह पाठ्यक्रम वैज्ञानिक तरीके से बच्चों में भावनात्मक लचीलापन बनाने का प्रयास करता है. इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों में आलोचनात्मक सोच और पूछताछ के कौशल को विकसित करना, बच्चों को स्वतंत्र और रचनात्मक रूप से खुद को व्यक्त करने के लिए सशक्त बनाना, एक सार्वभौमिक संदर्भ में शिक्षा के लिए समग्र दृष्टिकोण विकसित करना है.
देशभक्ति करिकुलम
यह पाठ्यक्रम बच्चों के बीच हमारे देश के लिए नागरिकता और गर्व की सच्ची भावना पैदा करना चाहता है. इसका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हर बच्चा हमारे देश के लिए गर्व महसूस करे. बच्चों को देश की महिमा के बारे में सिखाया जाता है. प्रत्येक बच्चे को देश के प्रति उनकी जिम्मेदारी और कर्तव्य से अवगत कराया जाता है. बच्चों में देश के लिए योगदान और बलिदान के लिए तैयार रहने की प्रतिबद्धता पैदा करें.
सीएम भगवंत मान ने राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का दौरा कर सरकारी अस्पतालों में हुए बदलावों को जाना
कौटिल्य गवर्नमेंट सर्वाेदय के उपरांत सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ पंजाब के सीएम सरदार भगवंत मान अपनी टीम के साथ ताहिरपुर स्थित राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल पहुंचे और दिल्ली सरकार के स्कूलों में हुए बदलाव को जाना. यहां स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सीएम सरदार भगवंत मान और उनकी टीम का स्वागत किया. इस दौरान समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम भी मौजूद रहे. सीएम अरविंद केजरीवाल और सीएम भगवंत मान ने अस्पताल में भर्ती मरीजों से बात भी की. मरीजों ने बताया कि उन्हें प्राइवेट अस्पताल की तरह सभी सुविधाएं मिल रही हैं. समय पर डॉक्टर आकर उन्हें देखते हैं. अस्पताल के कर्मचारी भी बहुत अच्छा व्यवहार करते हैं. इस दौरान सीएम भगवंत मान ने अस्पताल में बनाए गए इमरजेंसी वार्ड का फीटा काट कर उद्घाटन किया. यह वार्ड इसलिए बनाया गया है, ताकि कोई मरीज आए, तो उसे तुरंत स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा सके. यह इमरजेंसी वार्ड एक तरह से आईसीयू का काम करेगा.
सीएम भगवंत मान को अधिकारियों ने एक प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (आरजीएसएसएच) दिल्ली के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक है. इसे 2013 में एक स्वायत्त अस्पताल के रूप में स्थापित किया गया था. यह कार्डियोलॉजी, कार्डियोथोरेसिक और वैस्कुलर साइंसेज, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, जीआई सर्जरी, यूरोलॉजी, स्कूल ऑफ पल्मोनोलॉजी एंड क्रिटिकल केयर क्षेत्रों के साथ 650 बेड का अस्पताल है. अस्पताल में रेडियोलॉजी, लैबोरेट्रीज और ब्लड स्टोरेज सेंटर सहित अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक सेवाएं हैं. इसमें लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंक, गैस मैनिफोल्ड और 5 पीएसए प्लांट के साथ बेहतरीन ऑक्सीजन मैनेजमेंट सिस्टम हैं. सभी 650 बेड पर मॉनिटर और सेंट्रल ऑक्सीजन सप्लाई है. कोविड-19 के दौरान इसमें कोविड मरीजों के लिए 450 आईसीयू बेड थे. आरजीएसएसएच में कुल 12 ओटी हैं, जिनमें 10 पूरी तरह से मॉड्यूलर हैं.
अस्पताल में सर्जिकल सुपर-स्पेशलिटी में यूरोलॉजी है, जिसमें एंडोस्कोपिक प्रक्रियाओं (बिना कट के) और गुर्दे की पथरी, मूत्राशय और प्रोस्टेट कैंसर के लिए प्रमुख लेप्रोस्कोपिक प्रक्रियाओं में विशेषज्ञता है. जीआई सर्जरी विभाग पेट और फूड-पाइप कैंसर के लिए की-होल सर्जरी करता है. जटिल हर्निया, स्लिप्ड गॉल ब्लैडर स्टोन और आंतों के कैंसर का भी ऑपरेशन किया जाता है. यहां वजन घटाने (बेरिएट्रिक) का सर्जरी भी किया जाता है. आरजीएसएसएच में सीटीवीएस विभाग दूसरा कार्डियो-वैस्कुलर सर्जरी विभाग और दिल्ली सरकार का पहला थोरैसिक सर्जरी विभाग है. इसमें प्रशिक्षित सर्जन हैं जो फेफड़ों की न्यूनतम एक्सेस सर्जरी और फैली हुई पैर की नसों के उपचार के अलावा हृदय बाईपास और वाल्व सर्जरी करते हैं. इनको एनेस्थीसिया विभाग और क्रिटिकल केयर विभाग द्वारा सहयोग किया जाता है, जिसके पास सर्जिकल और कार्डियक एनेस्थीसिया के लिए एक अत्यधिक टीम है. क्रिटिकल केयर सेवाओं में नवीनतम वेंटिलेटर और निगरानी उपकरणों के साथ अत्याधुनिक आईसीयू शामिल हैं.
राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, ताहिरपुर दिल्ली का पहला अस्पताल था, जिसे पूरी तरह से कोविड मरीजों के लिए नामित किया गया था, जिसमें कुल 650 बेड थे और इसमें से 450 गंभीर मरीजों के लिए 200 वेंटिलेटर के साथ आईसीयू बेड थे. अस्पताल ने कोविड-19 मरीजों के प्रबंधन के लिए मानक संचालन प्रोटोकॉल स्थापित किया. देश में पहला पोस्ट कोविड क्लीनिक 20 अगस्त 2020 को इस अस्पताल में स्थापित किया गया था. अस्पताल ने डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ फिजियोलॉजी एंड एलाइड साइंसेज के सहयोग से विशेष रूप से कोविड-19 संबंधित अनुसंधान प्रोजेक्ट के लिए क्लीनिकल रिसर्च सेंटर (सीआरसी) की स्थापना की. इस अस्पताल में कोविड-19 के मरीजों के लिए प्लाज्मा थेरेपी की शुरू की गई. पहली कोविड लहर की शुरुआत से 5500 से अधिक कोविड रोगियों को भर्ती किया गया, जिनमें से करीब 2700 को गंभीर स्थिति में आईसीयू में भर्ती कराया गया था.
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तमिलनाडु के सीएम स्टालिन भी हैं केजरीवाल सरकार के स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों के मुरीद
केजरीवाल सरकार द्वारा शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए ऐतिहासिक कार्यों की चर्चा आज पूरे देश और दुनिया भर में हो रही है. देश-विदेश से कई बड़ी हस्तियां केजरीवाल सरकार के स्कूलों को देखने के लिए आ चुकी हैं. अभी अप्रैल के पहले सप्ताह में, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन भी केजरीवाल सरकार के स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों को देखने आए थे. इस दौरान एम.के. स्टालिन भी केजरीवाल सरकार के स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों को देख कर मुरीद हो गए. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने स्वयं सीएम एम.के. स्टालिन को दिल्ली सरकार के स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों का दौरा कराया था. सीएम एम.के. स्टालिन ने चेन्नई में एक विश्व स्तरीय सरकारी मॉडल स्कूल स्थापित करने की बात कही है. साथ ही, सीएम अरविंद केजरीवाल को अग्रिम रूप से तमिलनाडु आने का निमंत्रण भी दिया, जिसे सीएम अरविंद केजरीवाल से स्वीकार भी किया है.
ये हस्तियां भी दिल्ली आकर देख चुकी हैं केजरीवाल सरकार के स्कूल
केजरीवाल सरकार के स्कूलों में हुए क्रांतिकारी बदलाव को देखने के लिए अब तक देश-विदेश से कई महत्वपूर्ण हस्तियां दिल्ली आ चुकी हैं. जिन्होंने सरकारी स्कूलों का भ्रमण किया और जाना कि कैसे स्कूलों में बदलाव किए जाने से बच्चों की जिंदगी में बदलाव आए हैं. विदेश से आए प्रमुख हस्तियों में मेलानिया ट्रम्प (यूएसए की पहली महिला) नीदरलैंड के किंग विलियम अलेक्जेंडर और रानी मैक्सिमा, अफगानिस्तान के शिक्षा मंत्री श्री असदुल्ला हनीफ बल्खी, यूएई के शिक्षा मंत्री मो. हुसैन इब्राहिम अल हम्मादी, बांग्लादेश के प्राथमिक और जन शिक्षा राज्य मंत्री मोहम्मद जाकिर हुसैन शामिल हैं. वहीं, भारत के विभिन्न राज्यों से आए प्रमुख हस्तियों में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, महाराष्ट्र के उच्च शिक्षा मंत्री प्राजकत तानपुरे, महाराष्ट्र के राज्य मंत्री संजय बंसोडे, मणिपुर के शिक्षा मंत्री ठॉकचोम राधेशम, ओड़िसा के शिक्षा मंत्री समीर रंजन दास, मध्यप्रदेश के शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी, मेघालय के शिक्षा मंत्री लखमेन रिंबुई, लद्दाख हिल काउंसिल के शिक्षा प्रभारी पार्षद कोंचोक स्टेनज़िन, पुंडुचेरी के शिक्षा मंत्री आर कमलकनन, नागालैंड के शिक्षा मंत्री के. तोकुघा सुखालू शामिल हैं.
द भारत खबर