दिल्ली में फिर लग सकता है मिनी लॉकडाउन!, DDMA की बैठक हो सकता है पांबधियों पर फ़ैसला



नई दिल्ली:  दिल्ली में एक बार फिर कोरोनावायरस तेज़ी से फैल रहा है. हालाँकि इस बार टेस्टिंग भी काफ़ी कम हो रही है. लेकिन बीते एक हफ़्ते से लगातार कोरोना के मामलों में तेज़ी बढ़ती जा रही है. पिछले तीन दिनों में तो कोरोना मामलों में बड़ा उछाल देखने को मिला है. शुक्रावार को दिल्ली में कोरोना के 366 नए मामले सामने आए हैं. ऐसे में कहा जा रहा है कि राजधानी में एक बार फिर पाबंदियों का दौर लौट सकता है. 

इसी सिलसिले में अगले हफ्ते 20 अप्रैल को डीडीएमए की एक अहम बैठक होने वाली है. उस बैठक में कोरोना के बढ़ते मामलों पर समीक्षा की जाएगी और कुछ पाबंदियां लगाने पर फैसला हो सकता है. इस बैठक में मास्क का इस्तेमाल एक बार फिर से अनिवार्य किया जा सकता है. इसके साथ ही मास्क नहीं पहनने पर चालान काटने का चलन भी फिर शुरू हो सकता है. 

सरकार मास्क नहीं पहनने पर 500 से 2000 रुपये तक का जुर्माना लगा सकती है. वहीं दिल्ली मेट्रो में भी मास्क को लेकर सख्ती बढ़ाई जा सकती है. वहां भी मास्क नहीं बनने पर एक्शन होगा.

हालाँकि इस बार दिल्ली सरकार ने साफ़ कह दिया है कि स्कूल बंद नहीं किए जाएंगे. सरकार की मानें तो वे बच्चों को लेकर काफी संजीदा है. उनकी तरफ से स्कूलों के लिए कोरोना गाइडलाइन जारी की गई हैं. अब सरकार का प्रयास है कि हर स्कूल सिर्फ उन गाइडलाइन का सख्ती से पालन करे. डीडीएमए की बैठक में भी उस सख्ती को लेकर कुछ ऐलान हो सकता है.

आपको बता दें कि DDMA की ये अहम बैठक अगले हफ्ते बुधवार यानी 20 अप्रैल को होगी. उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में यह बैठक की जाएगी. इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन, दिल्ली पुलिस कमिश्नर ,मुख्य सचिव विजय देव के साथ राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत, नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल भी शामिल होंगे.

एक तरफ़ जहां डीडीएमए सख़्त फ़ैसले लेंगे वहीं दिल्ली की केजरीवाल सरकार भी तैयारियों में जुट गई है. सरकार ने राजधानी के तमाम अस्पतालों को अलर्ट पर रखा है. कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच बेड की कमी ना हो, इसलिए 65 हजार अतिरिक्त बेड के इंतजाम पर जोर दिया जा रहा है. सरकार टीकाकरण अभियान को भी और तेज करने पर विचार कर रही है. 

कई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक केजरीवाल सरकार सरकारी अस्पताल में कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज मुफ़्त में देने पर विचार कर रही है. इसके अलावा मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के आदेश पर सभी बड़े और छोटे ऑक्सीजन टैंकों में टेलीमेट्री डिवाइस लगाए गए हैं. इससे ऑक्सीजन की रियल-टाइम मॉनिटरिंग होगी और इमरजेंसी के वक्त जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में मदद मिलेगी.

आपको बता दें कि देश में कोरोना की चौथी लहर को लेकर IIT कानूपुर ने कहा कि है कि कोरोना की चौथी लहर 22 जून से देश में दस्तक देगी और 23 अगस्त तक ये पूरी पीक पर पहुँचेगी. कम से कम अक्टूब- नवंबर में जाकर ख़त्म होगी. इससे पहले IIT कानपुर की और से किए गए अनुमान सही साबित हुए हैं. 

द भारत ख़बर भी आप से अपील करता है कि कोरोना को लेकर सतर्क रहे और सरकार जो भी गाइडलाइन जारी करे उसका पालन करे.

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