NTPC ने कोयले की कमी पर दिल्ली सरकार के दावे को ख़ारिज किया



दिल्ली : राजधानी दिल्ली में संभावित बिजली संकट के बीच एक राहत भरी ख़बर आई है…नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड यानी एनटीपीसी ने कोयले की कमी पर दिल्ली सरकार के दावे को ख़ारिज किया है. एनटीपीसी ने दो ट्वीट करके जानकारी दी है कि पावर प्लांट्स के लिए कोयले की कोई समस्या नहीं है. ये बयान उस वक़्त आया है जब कुछ ही देर पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा था कि केंद्र को इस समस्या से निपटने के लिए त्वरित ठोस कदम उठाने की ज़रूरत है.. दिल्ली सरकार ने संभावित बिजली संकट को देखते हुए मेट्रो ट्रेन और अस्पतालों समेत महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को बिजली सप्लाई में बाधा आने को लेकर चेतावनी भी जारी कर दी थी..

दिल्ली सरकार के बिजली संकट के दावों को ख़ारिज करते हुए एनटीपीसी ने कहा है कि ''मौजूदा समय में ऊँचाहार और दादरी स्टेशन अपनी पूरी क्षमता के साथ चल रहे हैं. ऊँचाहार का यूनिट-1 पहले से तय काम के चलते पूरी क्षमता से नहीं चल रहा है…एनटीपीसी का कहना है कि दादरी के सभी छह यूनिट और ऊँचाहार के पाँच यूनिट अपनी पूरी क्षमता के साथ चल रहे हैं और उन्हें कोयले की नियमित सप्लाई हो रही है. मौजूदा समय में दादरी में 1 लाख 40 हजार मेट्रिक टन और ऊँचाहार में 95 हजार मेट्रिक टन कोयला उपलब्ध है. साथ ही कोयला आयात करने के मामले पर भी बातचीत चल रही है.''


बिजली संकट को लेकर माहौल नेशनल पावर पोर्टल की दैनिक कोयला रिपोर्ट की वजह से बना था, रिपोर्ट में बताया गया था कि नेशनल थर्मल के कई बिजली स्टेशनों पर कोयले की भारी कमी है. इसके साथ दिल्ली समेत कई अन्य राज्यों में भी कोयले की कमी की वजह से बिजली संकट गहराता जा रहा है. देश भर में जारी बिजली संकट को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट किया था और कहा था कि,  ‘देश भर में बिजली की भारी समस्या हो रही है. अभी तक दिल्ली में हम लोग किसी तरह से मैनेज किए हुए हैं. पूरे भारत में स्थिति बेहद गंभीर है. हम सबको मिलकर जल्द ही इसका समाधान निकालना होगा. इस समस्या से निपटने के लिए त्वरित ठोस कदम उठाने की ज़रूरत है.’ 


आपको बता दें कि दिल्ली में कोई भी कोयले का प्लांट नहीं चलता है. हालांकि, तीन छोटे-छोटे प्लांट हैं, जहां गैस से बिजली का उत्पादन होता है. दिल्ली पूरी तरह केंद्र सरकार पर निर्भर है ऐसे में अगर कोयले से बिजली बनाने वाले किसी भी प्लांट में कोई दिक़्क़त आती है तो दिल्ली में ब्लैक आउट के हालात बन सकते हैं. 


द भारत ख़बर

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

विज्ञापन

विज्ञापन