नई दिल्ली: अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार के गवर्नेंस मॉडल की चर्चा आज पूरी दुनिया में हो रही है. अपनी जन कल्याणकारी नीतियों से दिल्ली सरकार ने लोगों को बेहतरीन सुविधाएँ प्रदान करते हुए आम जनता की जिंदगी को आसान बनाने का काम किया है. अब इस दिशा में कालकाजी की विधायक आतिशी एक बार फिर वैश्विक मंच पर "दिल्ली मॉडल ऑफ़ गवर्नेंस" को साझा करने जा रही है.
आतिशी को स्वीडन के माल्मो शहर में *Malmö Summit: ICLEI World Congress 2021-22’* में चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया है. जहां वह अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार की उपलब्धियों और सरकार के सस्टेनेबल अर्बन डेवलपमेंट के लिए उठाये जा रहे महत्वपूर्ण क़दमों के बारे में बताएँगी. यह आयोजन 11 से 13 मई तक होगा. बता दें कि आतिशी को पिछले महीने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा भी चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया था.
आतिशी 13 मई को Malmö Summit में 63 से अधिक देशों आए मेयर और प्रतिनिधियों को दिल्ली सरकार द्वारा दिल्ली में अपनाए जा रहे नवाचारों के बारे में बतायेंगी कि कैसे दिल्ली सरकार की नीतियों ने लाखों आम लोगों के जीवन को प्रभावित किया है और उनके जीवन को आसान बना दिया है.
ICLEI है क्या?
ICLEI 2500 से अधिक लोकल व रीजनल सरकारों का एक नेटवर्क है जो सस्टेनेबल अर्बन डेवलपमेंट के लिए प्रतिबद्ध है. 125+ देशों में सक्रिय, ICLEI अर्बन सस्टेनेबिलिटी के लिए सरकारों के साथ मिलकर काम करती है. जानकारी के लिए बता दें कि आतिशी ICLEI की वाईस-प्रेसिडेंट हैं.
इस कार्यक्रम के बारे में बताते हुए आतिशी ने कहा, "स्वीडन में वर्ल्ड कांग्रेस के मंच पर दिल्ली गवर्नेंस मॉडल को पूरे विश्व के सामने प्रस्तुत करना मेरे लिए गर्व की बात है." उन्होंने कहा कि यह सरकारों के लिए एक दूसरे से सीखने और दुनिया भर के लोगों को उन नीतियों के माध्यम से मदद करने का एक बड़ा अवसर है जो पर्यावरण और लोगों की जरूरतों से जुड़ी हुई है.
उन्होंने आगे कहा कि, आज अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली मॉडल ऑफ गवर्नेंस दुनिया भर के देशों के सामने आने वाली कई चुनौतियों का समाधान है. दिल्ली ने साबित कर दिखाया कि सरकारों के लिए पर्यावरण का ध्यान रखते हुए कम बजट में लोकहित की नीतियाँ बनाना संभव है और अब इन विचारों को दुनिया के साथ साझा करने का समय आ गया है।