डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी का किया दौरा, केजरीवाल सरकार के सरकारी स्कूलों में बेस्ट स्कूल लीडरशिप प्रैक्टिसेज को लागू करने के तरीकों पर की चर्चा

 


शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने एजुकेशनल पार्टनरशिप को और मजबूत करने के लिए कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की फैकल्टी के साथ मुलाकात की. उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को लंदन में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की फैकल्टी से मुलाकात कर यूनिवर्सिटी के साथ चल रही दिल्ली सरकार की मौजूदा साझेदारी और इसे अगले स्तर पर ले जाने को लेकर चर्चा की. 

साथ ही मनीष सिसोदिया ने स्कूल लीडरशिप , करिकुलम डेवलपमेंट आदि के क्षेत्रों में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय और दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी के बीच जॉइंट सर्टिफिकेशन कोर्स तैयार करने के विचार पर भी चर्चा की. उपमुख्यमंत्री ने कैम्ब्रिज में चेस्टरटन कम्युनिटी कॉलेज का दौरा भी किया. यह उन स्कूलों में से एक है, जहां लीडरशिप की चुनौतियों को समझने के लिए दिल्ली सरकार के स्कूलों के स्कूल प्रमुख अपने प्रशिक्षण के हिस्से के रूप में जाते हैं.

कैम्ब्रिज में फैकल्टी के साथ बैठक के दौरान डिप्टी सीएम ने कहा कि दिल्ली की शिक्षा क्रांति में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी ने हमारे स्कूल लीडर्स को तैयार कर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली सरकार के विज़न को वास्तविकता में बदलने में सहायता करने के लिए यूनिवर्सिटी का आभार जताया. 

अपने दौरे के दौरान उपमुख्यमंत्री ने यूनिवर्सिटी फैकल्टी को केजरीवाल सरकार के विश्व-चर्चित हैप्पीनेस, देशभक्ति और एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम के बारे में भी बताया. इसका लक्ष्य छात्रों को मेन्टल-इमोशनल तौर पर बेहतर बनाने, उन्हें बेहतर इंसान बनाने, जागरूक नागरिक बनाना, खुश रहना सिखाना और एंत्रप्रेन्योरशिप सोच विकसित करना हैं. 

मनीष सिसोदिया ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल छात्रों को नौकरी करने या परीक्षा पास करने के लिए तैयार करना नहीं है. बल्कि शिक्षा के माध्यम से एक खुशहाल, सामाजिक रूप से जागरूक और जिम्मेदार नागरिक तैयार करना है. अगर छात्रों को उनके पर्यावरण या समाज के बारे में सिखाए बिना सिर्फ एटम या न्यूरॉन्स के बारे में पढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते रहें, तो यह सीख उनकी जीवित वास्तविकताओं से अलग-थलग रहेगी. हमें समाज को शिक्षा लेने आने के लिए कहने के बजाय शिक्षा को समाज में ले जाने की जरूरत है. 

बता दें कि केजरीवाल सरकार ने जून 2016 से अब तक अपने स्कूलों के 354 स्कूल प्रमुख, अधिकारियों व शिक्षकों को लीडरशिप ट्रेनिंग के लिए कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी भेजा है. ‘Inspiring leadership improving performance’ नामक इस 10 दिन के प्रोग्राम को कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के 'जज बिज़नेस स्कूल' द्वारा आयोजित किया जाता है. जहां दिल्ली सरकार के स्कूलों के स्कूल प्रमुखों को प्रभावी नेतृत्व, टाइम मैनेजमेंट, करिकुलम इनोवशन जैसे विषयों में प्रशिक्षित किया जाता हैं. अब तक ऐसे 12 बैचों को ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है. स्कूल प्रमुखों का अगला बैच 19 से 28 जून 2022 तक कैम्ब्रिज का दौरा करने वाला है. 

 

एजुकेशन वर्ल्ड फोरम-2022 के वैश्विक पटल पर किया “दिल्ली शिक्षा मॉडल” साझा

 उपमुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को लंदन में आयोजित हो रहे एजुकेशन वर्ल्ड फोरम-2022 में दुनियाभर के 122 शिक्षा मंत्रियों और एक्सपर्ट्स के सामने दिल्ली की शिक्षा क्रांति की गौरवगाथा साझा की. मनीष सिसोदिया ने अपने अभिभाषण में बताया कि कैसे केजरीवाल सरकार ने शिक्षा को प्राथमिकता बनाकर लोगों का सरकारी एजुकेशन सिस्टम के प्रति भरोसा बढ़ाया. 

उन्होंने बताया कि 2015 में सरकार में आते ही दिल्ली सरकार ने हर साल अपने कुल बजट का लगभग 25 फीसदी शिक्षा को दिया है. इन सबकी बदौलत यहां 12वीं का रिजल्ट लगभग 100 फीसदी है. हर साल सैकड़ों की संख्या में केजरीवाल सरकार के स्कूलों के बच्चों को भारत के टॉप संस्थानों में एडमिशन मिल रहा है. 

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