गुजरात दंगों में मुसलमान तो मारे गए ना ? अमित शाह बोले- जिस तरह 60 लोग जलाकर मारे गए ये उसका आक्रोश था



Amit Shah Interview on PM Modi Clean Chit in 2002 Gujrat Riots :

गुजरात दंगों से जुड़े मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पीएम मोदी की क्लीन चिट  बरकरार रखी है. सुप्रीम कोर्ट ने जाकिया जाफरी की याचिका को खारिज कर दिया है. इस मसले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक विशेष इंटरव्यू दिया और कहा कि नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाने वाले माफी मांगें. अमित शाह ने गुजरात दंगों पर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सारे आरोप गलत हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने हमेशा कानून का साथ दिया है. दंगा होने का मूल कारण ट्रेन को जला देना था. उन्होंने कहा कि मैंने बच्ची को उसकी मां की गोद में जलते हुए देखा था. दंगों के बाद मैं खुद अस्पताल में था. चारों ओर शवों के ढेर थे. 


अमित शाह ने कहा कि दंगों का मूल कारण गोधरा ट्रेन का जला देना था. 16 दिन की बच्ची, 60 लोगों को जलते मैंने देखा है. मैंने अपने हाथों से अंतिम संस्कार किया है. इसके बाद जो दंगे हुए वो राजनीति से प्रेरित थे.


जब सवाल किया गया कि दंगों में मुसलमान तो मारे गए थे ना? इस पर अमित शाह ने कहा कि जिस तरह से 60 लोगों को जिंदा जला दिया था उसका समाज में आक्रोश था. जब तक दंगे नहीं हुए तब तक किसी ने इसका क्रिटिसिज्म भी नहीं किया, बीजेपी को छोड़कर. उस वक्त संसद चल रही थी, किसी ने निंदा नहीं की, कांग्रेस पार्टी का कोई स्टेटमेंट नहीं था.


शाह ने कहा कि दंगों के वक्त शासन-प्रशासन में जो लोग थे, उन्होंने अच्छा काम किया. उन्होंने कहा कि घटना के बाद जो लोगों में रोष था, उसके बाद क्या होगा, इसकी भनक किसी को नहीं थी. अमित शाह ने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी को नानावती आयोग ने भी क्लीन चीट दी थी. उन्होंने कहा कि हमने न्यायिक प्रक्रिया में सहयोग किया. एसआईटी ने हमसे जांच में सहयोग मांगा, हमने किया. उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति न्याय की परिधि से बाहर नहीं है.


अमित शाह ने कहा कि न्यायिक प्रक्रिया के खिलाफ आंदोलन सही नहीं है. उन्होंने कहा कि मुझे भी जेल में डाल दिया गया था लेकिन मैं कहता था मैं गलत नहीं हूं, ये राजनीति से प्रेरित था. अमित शाह ने कहा कि पार्टी मेरे साथ है, इसका मुझे भरोसा था. मेरी पार्टी और मेरे नेता पर आरोप लगे थे, इसलिए झूठ के खिलाफ लड़ाई लड़ना जरूरी था. अमित शाह ने कहा कि जिन जिन राज्यों में आज बीजेपी की सरकार है, वहां बाक़ी पार्टियों की सरकार पहले भी थी. आप लोग आंकड़ों को निकाल कर देख लीजिए कि किसके शासन काल में दंगे कम हुए हैं. बीजेपी को दंगों से फायदे के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि विपक्ष का आरोप बिलकुल गलत है. अगर ऐसा है तो हम दंगे ज्यादा कराते.


अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने उस वक्त दंगे नहीं भड़के इसके लिए काफी कुछ किया था. उन्होंने कहा कि जो हालात बन गए थे, उसे संभालने में थोड़ा समय लग गया था. अमित शाह ने कहा कि मामले में जो पॉलिटिकल पार्टियां एनजीओ को फंडिंग कर रहे थे, वे मामले को लंबा खिंचना चाहते थे ताकि नरेंद्र मोदी पर आरोप लगते रहे. उन पर झूठे आरोप लगते हुए मैंने देखा है, उसके बावजूद मैंने नरेंद्र मोदी को धैर्य से काम करते देखा है. 18 साल के बाद आज उन्हें विजयी होते भी देखा है. 


अमित शाह ने कहा कि केंद्र और राज्यों के बीच जो तालमेल होनी चाहिए, फिलहाल के समय में वो ठीक है. उन्होंने अग्निपथ योजना के विरोध में हिंसा की खबरों पर कहा कि लॉ एंड ऑर्डर को संभालना राज्यों का काम है.


आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 2002 में हुए गुजरात दंगों में तत्कालीन चीफ़ मिनिस्टर नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट देने वाली SIT रिपोर्ट के खिलाफ दायर याचिका को खारिज कर दिया है. ये याचिका पूर्व सांसद अहसान जाफरी की पत्नी जाकिया जाफरी की ओर से दायर की गई थी. कोर्ट ने SIT की जांच रिपोर्ट को सही माना है. जस्टिस एएम खानविलकर, जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और जस्टिस सीटी रविकुमार की बेंच ने ये फैसला सुनाया है.


द भारत ख़बर

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