प्रेम लता ने कहा कि दुर्गेश पाठक ने नामांकन दाखिल करते हुए 2018-19 और 2020-21 की आय का ब्यौरा दिया है जबकि 2019-20 की आय का कहीं ब्यौरा नही दिया गया है और अपने आपको समाज सेवी से व्यापारी घोषित कर दिया, जबकि 2020 के करावल नगर विधानसभा के चुनाव नामांकन में उन्होंने अपने आपको समाज सेवी घोषित किया था. उन्होंने कहा कि 2020 के चुनाव में दुर्गेश पाठक ने मल्टी वायर एन्टरप्राईजेस लिमिटेड कम्पनी का डायरेक्टर होने की बात को छुपाने के आखिर क्या कारण थे. क्या दुर्गेश पाठक ने भी गैर कानूनी लेन-देन और काला धन को छिपाने के लिए ऐसा किया.
प्रेम लता ने कहा कि कोरोना काल में जहां आम आदमी की आमदनी घट रही थी और काम धंधे चौपट हो गए थे, आम आदमी पार्टी के राजेन्द्र नगर उपचुनाव में उम्मीदवार समाज सेवी दुर्गेश पाठक कैसे बड़ा व्यापारी बन गया? श्रीमती प्रेम लता ने आश्चर्य व्यक्त किया कि आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार दुर्गेश पाठक, जिन्हें राजिंदर नगर के लोगों की समस्याओं के बारे में कोई जानकारी नहीं है और राघव चड्ढा के विधायक रहते हुए राजेन्द्र नगर क्षेत्र बदहाल हो गया, जहां जल संकट और सड़कों की हालत बदतर है.
प्रेम लता ने आरोप लगाया कि राजेन्द्र नगर विधानसभा के उपचुनाव की घोषणा होने के बावजूद आप पार्टी और भाजपा दोनो सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर रहे हैं. दोनो पार्टियों के उम्मीदवार दिल्ली नगर निगम की बिना अनुमति के दीवारों पर पोस्टर लगाने में सरकारी मशीनरी का गैर कानूनी उपयोग किया जा रहा है. बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने अगर दिल्ली को बेहतर बनाने के लिए काम किया होता तो आज दोनो उम्मीदवारों को पानी की तरह पैसा बहाना नही पड़ता.
द भारत ख़बर