नई दिल्ली: दिल्ली में नगर निगम (Delhi MCD Election) के परिसीमन आयोग के गठन को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने केंद्रीय गृह मंत्रालय पर हमला बोला है. पार्टी ने कहा है कि दिल्ली के लिए परिसीमन आयोग का गठन करना महज एक दिखावा है.
‘आप’ ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में नगर निगम चुनाव (Delhi MCD Election 2022) टालने के लिए भाजपा (BJP) नीत केंद्र सरकार का यह एक और “पैंतरा” है.
AAP ने कहा कि गृह मंत्रालय, संशोधित दिल्ली निगर निगम (Delhi MCD Election Update) अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार, नगर निगम वार्ड की कुल संख्या निर्धारित करने से पहले परिसीमन आयोग का गठन नहीं कर सकता.
पार्टी ने कहा कि केंद्र का यह कदम “अवैध” है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, “हमें खुशी है कि केंद्र सरकार ने एमसीडी (Delhi MCD) के वार्ड परिसीमन के लिए एक समिति का गठन कर दिया. लेकिन दिल्ली में कितने वार्ड होंगे, इसका कोई आदेश नहीं दिया. फिर ये समिति काम कैसे करेगी?”
सौरभ भारद्वाज बोले ये सिर्फ़ दिखावा है
AAP के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने परिसीमन आयोग के गठन को दिखावा करार देते हुए कहा कि केंद्र को पहले वार्ड की कुल संख्या तय करनी होगी.
भारद्वाज ने कहा, “तभी (Home Ministry) इस आदेश का कोई मतलब होगा.” उन्होंने कहा, ‘वार्ड की कुल संख्या निर्धारित करने के पहले यह आदेश महज दिखावा है. परिसीमन की प्रक्रिया भी एक दिखावा है.”
आतिशी ने भी बोला हमला
वहीं पार्टी की विधायक आतिशी ने कहा कि संशोधित दिल्ली नगर निगम (Delhi MCD) अधिनियम में “स्पष्ट लिखा है” कि किसी भी हालत में कुल सीटों की संख्या 250 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए और नगर निगम की स्थापना के समय सीटों की संख्या का निर्धारण केंद्र सरकार करेगी.
उन्होंने कहा कि बीजेपी नीत केंद्र सरकार एमसीडी के चुनाव टालने के लिए “एक के बाद एक पैंतरे आजमा” रही है ताकि बीजेपी जब तक चाहे नगर निगम पर कब्जा बनाये रख सके.