नई दिल्ली: इन दिनों केंद्र सरकार और दिल्ली के मुख्यमंत्री के बीच विवाद चल रहा है. विवाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सिंगापुर जाने को लेकर है.
दरअसल अगस्त में सिंगापुर जाने के लिए केजरीवाल ने अनुमति मांगी है लेकिन इससे संबंधित फाइल दिल्ली के उपराज्यपाल ने रोक ली. केजरीवाल की सिंगापुर यात्रा को लेकर अब आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है.
आम आदमी पार्टी और बीजेपी, दोनों के ही अपने-अपने तर्क हैं. केजरीवाल के सिंगापुर दौरे को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच सवाल ये भी उठ रहा है कि आखिर वे सिंगापुर क्यों जाना चाहते हैं. आम आदमी पार्टी और खुद अरविंद केजरीवाल ने भी इस संबंध में अपनी बात रखी है.
सिंगापुर ने भेजा न्यौता!
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सिंगापुर की सरकार ने वर्ल्ड सिटी समिट में शामिल होने के लिए न्यौता भेजा है. वर्ल्ड सिटी समिट का आयोजन अगस्त में होना है.
केजरीवाल ने सिंगापुर जाने के लिए नियमों के मुताबिक केंद्र सरकार से अनुमति मांगी थी. केंद्र सरकार की ओर से अनुमति मिलने में हो रही देरी के बीच दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी इसके पीछे राजनीति को वजह बता रही है. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने संसद के मॉनसून सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में भी ये मुद्दा उठाया था.
सिंगापुर क्यों जाना चाहते हैं केजरीवाल?
अरविंद केजरीवाल का कहना है कि ‘’मुझे सिंगापुर की सरकार ने विशेष रूप से दिल्ली मॉडल प्रस्तुत करने के लिए बुलाया है. उन्होंने कहा था कि दुनियाभर के लोग दिल्ली मॉडल के बारे में जानेंगे. इससे दुनिया में देश का नाम रोशन होगा.’’ केजरीवाल ने ये भी सवाल किया था कि ‘’मुझे क्यों रोका जा रहा है?’’ केजरीवाल ने ये भी कहा था कि ‘’चुना हुआ सीएम हूं, कोई अपराधी नहीं.’’
क्या केजरीवाल के दौरे में केंद्र डाल रहा है अड़ंगा?
केजरीवाल इस दौरे को लेकर पीएम मोदी को पत्र भी लिख चुके हैं. वहीं, दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी की ओर से केजरीवाल को सिंगापुर जाने की अनुमति मिलने में हो रही देरी के पीछे राजनीति को वजह बता रही है.
आम आदमी पार्टी का कहना है कि दुनियाभर में दिल्ली मॉडल पर बात होगी तो देश में भी इसकी चर्चा होगी. इसकी वजह से राजनीतिक नफा-नुकसान का आकलन कर बीजेपी राह में रोड़े अटका रही है. बीजेपी अरविंद केजरीवाल की लोकप्रियता के डर से उनका सिंगापुर दौरा रोकना चाहती है.
बीजेपी का अपना तर्क
इन सब बातों के बीच दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘’उनके पास जब एक भी विभाग नहीं है तो वे सिंगापुर जाकर दुनियाभर के मेयर्स को क्या बताएंगे?’’
उन्होंने कहा कि ‘’क्या आप दुनिया को ये बताने के लिए सिंगापुर जाना चाहते हैं कि दिल्ली के तीन मेयर आपके दरवाजे पर महीनों बैठे रहे और आपने उनको फंड देना दूर, मिलना भी जरूरी नहीं समझा.’’