नई दिल्ली. वरिष्ठ अधिवक्ता आर वेंकटरमणि को भारत का अगला अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया गया है. वह तीन साल तक इस पद पर रहेंगे. वह मौजूदा महाधिवक्ता केके वेणुगोपाल की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल 30 सितंबर को पूरा हो रहा है.
कानून और न्याय मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वरिष्ठ अधिवक्ता आर वेंकटरमणि को बुधवार को उनके कार्यालय में प्रवेश की तारीख से तीन साल की अवधि के लिए भारत के अगले अटॉर्नी जनरल के रूप में नियुक्त किया है. वेंकटरमणि विधि आयोग के पूर्व सदस्य रहे हैं और 42 से अधिक वर्षों से बार के सदस्य हैं.
इससे पहले केंद्र ने 91 वर्षीय मौजूदा अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल की जगह लेने के लिए इस महीने की शुरुआत में वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी को पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने यह ऑफर ठुकरा दिया था. रोहतगी जून 2014 से जून 2017 तक अटॉर्नी जनरल थे. उनके बाद वेणुगोपाल को जुलाई 2017 में इस पद पर नियुक्त किया गया था.
अटॉनी जनरल के रूप में वेणुगोपाल का पहला कार्यकाल 2020 में समाप्त होना था और उन्होंने सरकार से उनकी उम्र को ध्यान में रखकर जिम्मेदारियों से मुक्त कर देने का अनुरोध किया था. हालांकि बाद में उन्होंने एक साल के नए कार्यकाल को स्वीकार कर लिया, क्योंकि सरकार इस बात को ध्यान में रखकर चाह रही थी कि वह इस पद बने रहें कि वह हाई-प्रोफाइल मामलों में पैरवी कर रहे हैं और उनका बार में लंबा अनुभव है. इसके बाद उन्हें 29 जून को देश के इस शीर्ष विधि अधिकारी के पद के लिए फिर तीन महीने लिए नियुक्त किया गया था.
तब केंद्रीय कानून मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया था कि वेणुगोपाल ‘व्यक्तिगत कारणों’ से अपनी अनिच्छा जताई थी, लेकिन 30 सितंबर तक पद पर बने रहने के सरकार के अनुरोध को उन्होंने मान लिया था. (भाषा इनपुट के साथ)