जयपुर. पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 1 नवंबर को राजस्थान आ सकते हैं. इस बार मोदी का आदिवासी बहुल बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम (Mangarh Dham) आने का कार्यक्रम बन रहा है. प्रधानमंत्री मोदी मानगढ़ में 109 साल पहले शहीद हुए सैंकड़ों आदिवासियों को श्रद्धासुमन अर्पित कर सकते हैं. इसके साथ ही वहां एक बड़ी जनसभा को संबोधित कर गुजरात चुनाव के लिए आदिवासी वोटरों (Tribal Voters) को लुभाने की कोशिश भी करेंगे. राजस्थान बीजेपी ने मोदी के दौरे की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. मानगढ़ धाम की जनसभा से मोदी एक साथ राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के दलितों को साधने का प्रयास करेंगे.
बीजेपी गुजरात के आदिवासी वोट बैंक को साधने के लिए पीएम मोदी की बड़ी जनसभा कराने की तैयारी कर रही है. इसके लिए राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में स्थित आदिवासियों के पवित्र मानगढ़ धाम को चुना गया है. वहां नरेंद्र मोदी दस साल पहले सीएम रहते हुए आए थे. राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश की सीमा पर स्थित मानगढ़ आदिवासियों की आस्था का बड़ा केंद्र है. यहां होने वाले कार्यक्रमों की गूंज राजस्थान, मध्यप्रदेश और गुजरात तक सुनाई देती है
मोदी के कार्यक्रम को लेकर राजस्थान बीजेपी उत्साहित है
गुजरात के संतरामपुर, दाहोद, महिसागर और पंचमहल आदिवासी बहुल जिले हैं. आदिवासी वोट बैंक में पैठ गहरी करने के मकसद से पीएम नरेंद्र मोदी का यह कार्यक्रम बनाया जा रहा है. राजस्थान बीजेपी के नेता पीएम के मानगढ़ आने के कार्यक्रम को लेकर खासे उत्साहित दिखाई दे रहे हैं. राष्ट्रपति पद पर द्रौपदी मूर्मू की ताजपोशी के बाद बीजेपी महसूस कर रही है कि आदिवासी अब उससे दूर नहीं जाएंगे.
राजस्थान में एसटी के लिए 25 विधानसभा सीटें आरक्षित हैं
गुजरात में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव हैं. वहीं राजस्थान और मध्यप्रदेश में अगले साल चुनाव होने हैं. जाहिर है आदिवासियों का समर्थन जुटाने के लिए बीजेपी ने मानगढ धाम को चुना है. राजस्थान में अनुसूचित जनजाति के लिए 25 विधानसभा सीटें आरक्षित हैं. वर्तमान में इनमें से आठ पर बीजेपी, 13 पर कांग्रेस, 2 पर बीटीपी और 2 पर निर्दलीय काबिज हैं. वहीं तीन लोकसभा सीट भी एसटी के लिए रिजर्व हैं.
गुजरात में 35 से 40 सीटों पर आदिवासी वोटर प्रभावी हैं
गुजरात में करीब 15 फीसदी आबादी आदिवासियों की है. वहां उनके लिए 26 सीटें रिजर्व हैं. इन पर किसी भी पार्टी का एकतरफा दबदबा नहीं है. गुजरात में ओवरऑल 35 से 40 सीटों पर आदिवासी वोटर असरदार हैं. उत्तरी और दक्षिणी गुजरात आदिवासी बहुल है. पिछले दिनों गुजरात दौरे के दौरान मोदी ने राजस्थान के सिरोही जिले की संक्षिप्त यात्रा की थी. वहां वे वादा करके गए थे कि वो जल्द वापस आयेंगे. वो वादा अब पूरा होता नजर आ रहा है. मानगढ़ की पहाड़ियों का भूगोल एक साथ तीन राज्यों की राजनीति पर असर डालता है. लिहाजा बीजेपी के लिए पीएम मोदी का दौरा बेहद महत्वपूर्ण है.
बीटीपी ने राजस्थान में बढ़ा रखी है बीजेपी की चिंता
राजस्थान में बीटीपी का बढ़ता ग्राफ बीजेपी के लिए बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ और उदयपुर ग्रामीण जिले में चिंता का सबब बना हुआ है. बीजेपी पीएम मोदी के इस दौरे से एक तीर से कई निशाने साधेगी. एक तरफ वो कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध मारने की कोशिश करेगी वहीं बीटीपी की ओर आकर्षित हो रहे युवाओं को पार्टी से करीब लाने के अभियान को आगे बढ़ाएगी. लेकिन फिलहाल पूरा फोकस गुजरात चुनाव पर है. मानगढ़ धाम से पीएम मोदी की विजयी हुंकार सफलता में तब्दील हुई तो गुजरात में बीजेपी फिर सरकार बनाती नजर आएगी. इसके साथ ही राजस्थान में अगले साल होने वाले चुनाव में भी पार्टी को इसका फायदा मिलेगा.