CBI New Director:केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के नये निदेशक आईपीएस प्रवीण सूद ने गुरुवार (25 मई) अपना कार्यभार संभाल लिया है. उनका कार्यकाल 2 साल का होगा. इससे पहले आईपीएस प्रवीण सूद कर्नाटक के डीजीपी थे. सीबीआई के मौजूदा निदेशक सुबोध कुमार जयसवाल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद प्रवीण सूद ने पदभार संभाला है.
प्रवीण सूद के नाम पर पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 3 सदस्य चयन समिति ने मुहर लगाई थी, इसको लेकर 13 मई की शाम को बैठक की गई थी. इस समिति में पीएम मोदी, चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल हुए थे.
कौन हैं प्रवीण सूद?
22 मई, 1964 में जन्में प्रवीण सूद हिमाचल प्रदेश के निवासी हैं. मूल रूप से कांगड़ा के गरली परागपुर से संबंध रखने वाले प्रवीण सूद दिल्ली के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक और पीपीएम में पोस्ट ग्रेजुएशन हैं. प्रवीण की एक बेटी है, जिसकी शादी भारतीय क्रिकेटर मयंक अग्रवाल से हुई है.
प्रवीण सूद साल 1986 में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में शामिल हुए. साल 1989 में मैसूर में सहायक पुलिस अधीक्षक के रूप में अपना करियर शुरू किया. उन्होंने बेंगलुरु में पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) के रूप में तैनात होने से पहले पुलिस अधीक्षक, बेल्लारी और रायचूर के रूप में कार्य किया.
सूद साल 1999 से तीन साल मॉरीशस में डेपुटेशन पर भी काम कर चुके हैं. इसके बाद सूद ने भारतीय प्रबंधन संस्थान, बैंगलोर और मैक्सवेल स्कूल ऑफ गवर्नेंस, सिरैक्यूज विश्वविद्यालय, न्यूयॉर्क से सार्वजनिक नीति और प्रबंधन का अध्ययन किया.
आईपीएस अधिकारी ने साल 2004-2007 तक मैसूर शहर के पुलिस आयुक्त के रूप में भी काम किया. इस उन्होंने पाकिस्तान मूल के आतंकवादियों की गिरफ्तारी में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इसके बाद साल 2011 तक उन्होंने बेंगलुरु की ट्रैफिक पुलिस में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के रूप में काम किया.
प्रवीण सूद को साल 1996 में सेवा में उत्कृष्टता के लिए मुख्यमंत्री के स्वर्ण पदक, साल 2002 में सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक और साल 2011 में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था. साल 2013-14 में सूद ने कर्नाटक राज्य पुलिस आवास निगम के प्रबंध निदेशक के रूप में पदभार संभाला और टर्नओवर बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
प्रवीण ने राज्य के गृह विभाग में प्रधान सचिव, कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस के एडीजीपी और प्रशासन में एडीजीपी के रूप में भी काम किया है. उन्होंने महिलाओं सहित नागरिकों की सुरक्षा और सुरक्षा में सुधार के लिए योजनाओं के लिए प्रशंसा हासिल की.