Delhi: कई शिकायतें मिलने के बाद आईएएस अधिकारी वाईवीवीजे राजशेखर के खिलाफ
दिल्ली सरकार अनुशासनात्मक कार्यवाही करने का मन बना चुकी है। सरकार में मंत्री
सौरभ भारद्वाज ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को रिपोर्ट सौंप वाईवीवीजे राजशेखर
के तबादले का सुझाव दिया है। रिपोर्ट में राजशेखर को घोर अवज्ञा, अनुशासनहीन व्यवहार और तथ्यों को गलत
साबित करने का दोषी पाया गया है। सेवा मंत्री सौरभ भारद्वाज नेआईएएस राजशेखर के
तत्काल स्थानांतरण की अपील करते हुए सीएम को एक औपचारिक अनुरोध प्रस्तुत किया है।
इस मामले पर अधिकारी की ओर से तत्काल
कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. राजशेखर वर्तमान में दिल्ली सरकार में विशेष सचिव, सतर्कता के पद पर तैनात हैं. सेवा
मंत्री के अनुसार, आधिकारिक रिकॉर्ड और कर्मचारियों की
सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राजशेखर खिलाफ तेजी से कार्रवाई करने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री को सौंपे गए विस्तृत ब्यौरे में मंत्री ने दावा किया कि अधिकारी का
भ्रष्टाचार की कई घटनाओं के लिए सीबीआई, केंद्रीय सतर्कता आयोग और सतर्कता विभाग के रडार पर रहने का एक लंबा
इतिहास रहा है तथा उन्हें ‘गलत उद्देश्यों' के लिए संवेदनशील सतर्कता फाइल को अनाधिकृत
रूप से अपने कब्जे में रखने की आदत है।
दिल्ली सरकार ने 11 मई को पद से हटाया
था
आम आदमी पार्टी सरकार ने सर्वोच्च
न्यायालय के 11 मई के निर्णय के बाद (ट्रांसफर-पोस्टिंग का अधिकार मिलने के बाद)
आईएएस राजशेखर को केंद्र का आदमी मानते हुए उन्हें पद से हटा दिया था। इसके पीछे
यही तर्क दिया गया था कि वे केंद्र के इशारों पर काम कर रहे थे। दिल्ली के सतर्कता
मंत्री सौरभ भारद्वाज के आदेश पर राजशेखर से उनका सारा काम छीन लिया गया था और
उनसे फाइलें ले ली गई थीं।
23 मई को फिर हुए पद पर बहाल
वाईवीवीजे राजशेखर को उनके पद पर 23 मई
को फिर से बहाल कर दिया गया था। सचिव (सतर्कता) द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया
था कि राजशेखर हमेशा की तरह काम फिर से शुरू करेंगे और सभी सहायक निदेशक काम के
संबंध में 10 मई जैसी स्थिति बनाए रखेंगे।