एम्स में तीन जून को नर्सिंग अधिकारियों की नियुक्ति के लिए हुए पेपर के लीक होने का मामला सामने आया है। इस संबंध में छात्रों ने मेल करके प्रशासन को शिकायत दी है। वहीं इस मामले में प्रशासन का कहना है कि किसी भी मुद्दे पर जांच करने के बाद ही स्पष्ट जानकारी दे पाएंगे।
बता दें कि देश भर के 19 एम्स व केंद्र सरकार के अस्पतालों में नर्सिंग अधिकारियों की नियुक्ति के लिए एम्स दिल्ली ने परीक्षा आयोजित की थी। इसके तहत 3055 नर्सिंग अधिकारियों की नियुक्ति होनी थी। इसके लिए विभिन्न शहरों में नर्सिंग अधिकारी भर्ती सामान्य पात्रता परीक्षा (एनओआरसीईटी) आयोजित की थी। यह परीक्षा आनलाइन हुई थी।
मिली जानकारी
के अनुसार परीक्षा केंद्र के अंदर फोन ले जाना मना था, बावजूद इसके परीक्षा पेपर से 20 वैकल्पिक सवालों का स्क्रीनशाट बाहर वायरल हो रहा है। राजस्थान के नागौर
के रहने वाले विकास दुखिया नामक छात्र ने बताया कि परीक्षा केंद्र में मोबाइल ले
जाने की स्वीकृति नहीं होने के बावजूद पेपर का स्क्रीनशॉट बाहर आना गंभीर सवाल है।
परीक्षा में
वही सवाल पूछे गए थे जो स्क्रीनशॉट के पेपर पर दिख रहे हैं। विकास ने बताया कि
परीक्षा में सुरक्षा के इतने कड़े इंतजाम होते हैं कि छात्रों को रफ करने के लिए
भी कोई कागज अंदर ले जाने नहीं दिया जाता है। ऐसी स्थिति में पेपर का स्क्रीनशॉट
बाहर आना गंभीर मामला है।
इसे लेकर
ईमेल करके एम्स के निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास व सब डीन (परीक्षा) को शिकायत की है।
वहीं एम्स प्रशासन का कहना है कि इस मामले की जांच की जाएगी कि पेपर का स्क्रीनशॉट
बाहर कैसे आया। परीक्षा केंद्रों पर लगे सीसीटीवी कैमरे को भी खंगाला जाएगा।
एम्स में तीन जून को नर्सिंग अधिकारियों की नियुक्ति के लिए हुए पेपर के लीक होने का मामला सामने आया है। इस संबंध में छात्रों ने मेल करके प्रशासन को शिकायत दी है। वहीं इस मामले में प्रशासन का कहना है कि किसी भी मुद्दे पर जांच करने के बाद ही स्पष्ट जानकारी दे पाएंगे।