Punjab: मुख्यमंत्री ने 12,710 अध्यापकों के साथ जुड़ा ‘कच्चा’ शब्द हटाया, ठेका आधारित अध्यापकों को रेगुलर नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे



Punjab News: पंजाब सरकार ने प्रदेश के कॉन्ट्रैक्ट/कच्चे टीचरों की 10 साल पुरानी मांग पूरी करते हुए आज उन्हें रेगुलर कर दिया है। CM पंजाब भगवंत मान ने चंडीगढ़ में एक प्रोग्राम में करीब 12710 कच्चे टीचरों की सेवाएं स्थायी (रेगुलर) करने का ऐलान किया। उन्होंने सर्विस प्रोवाइडर/टीचरों को नियुक्ति पत्र भी दिए।


CM मान ने कहा कि अब टीचरों को तीन गुणा वेतन मिलेगा। पहले 3500 रुपए वेतनमान लेने वाले टीचर की तनख्वाह अब 15 हजार, 6 हजार वेतनमान वाले की 18 हजार, 11 हजार वेतनमान वाले की 22 हजार रुपए और 12 हजार वेतनमान वाले की 24 हजार रुपए सैलरी कर दी गई है।



सरकारों के पास पैसे की कमी नहीं, केवल नीयत साफ चाहिए

CM मान ने कहा कि अफसरों ने सैलरी बढ़ोतरी से सरकारी खजाने पर बोझ बढ़ने की बात कही। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि टीचर सालों बाद भविष्य के वेतन बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं। गनीमत है कि वह अपना सालों पुराना पैसा नहीं मांग रहे। उन्होंने करीब 20 साल बाद वेतनमान वृद्धि का फैसला सही बताते हुए इसे अब लागू किया है। कहा कि सरकारों के पास पैसे की कमी नहीं, केवल नीयत साफ चाहिए।

टीचरों के हक मांगने पर उन पर लाठीचार्ज किया जाता रहा

CM मान ने कहा कि मुझे कच्चा शब्द ही पसंद नहीं है। बाकी 150-200 कच्चे टीचरों को भी पक्का कर दिया जाएगा, लेकिन थोड़ा इंतजार करना चाहिए। टीचरों को दी जा रही 3-6 हजार रुपए तनख्वाह मजाक से कम नहीं था। टीचरों के हक मांगने पर उन पर लाठीचार्ज किया जाता रहा, लेकिन उनकी सुध नहीं ली गई।


रेगुलर टीचरों को मिलेंगे यह लाभ

1. रेगुलर किए गए टीचर 58 वर्ष तक की आयु तक चिंतामुक्त-सीएम मान 

2. प्रति वर्ष 5 प्रतिशत वेतन वृद्धि

3. महिला टीचरों को मातृत्व पेड अवकाश

4. सभी प्रकार के पेड अवकाश


ध्यापकों के 10 साल की सर्विस पर विचार किया गया

सीएम पंजाब ने कहा कि जब उन्होंने टीचरों को पक्का करने का विचार किया तो अफसरों ने कई प्रकार की जजमेंट की रूकावट बताई। फिर अध्यापकों के 10 साल की सर्विस पर विचार किया तो कई टीचरों के अल्पकाल के ब्रेक की अड़चन को अगली समय सीमा से जोड़ कर दूर करना पड़ा।


भगवंत मान ने कहा कि अब तक कच्चे घरों का रिवाज भी खत्म हो चुका है तो टीचर कच्चे नहीं होने चाहिएं। आज से टीचरों के मुंह से कच्चा शब्द हट गया है और 58 वर्ष की आयु तक कोई परेशानी नहीं होगी।


भावुक होकर सीएम मान के गले लगीं टीचर 

सीएम पंजाब द्वारा नौकरी रेगुलर करने किए जाने की घोषणा करते ही कई महिला टीचर भावुक हो गईं। वह भावुक होते हुए मुख्यमंत्री मान के गले लगीं और सदैव AAP सरकार का साथ देने की बात कही। साथ ही भगवंत मान जिंदाबाद के नारे भी लगाए। उन्होंने कहा कि वह जब कभी भी वोट डालेंगी तो उनकी सरकार को ही डालेंगी।



सीएम पद की शपथ लेते वक्त एक कैबिनेट सब-कमेटी का हुआ था गठन

बता दें कि शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने टीचरों की नौकरी रेगुलर किए जाने की जानकारी अपने ट्विटर अकाउंट पर वीडियो जारी करके दी थी। सभी अस्थायी टीचरों को रेगुलराइजेशन लेटर देने की बात कही थी। उन्होंने बताया कि इसके लिए भगवंत मान ने सीएम पद की शपथ लेते ही एक कैबिनेट सब-कमेटी का गठन किया था, जिसकी रिपोर्ट मिलने के बाद रेगुलर करने का फैसला लिया गया।


पंजाब सरकार की नई रेगुलराइजेशन पॉलिसी

पंजाब सरकार ने करीब 2 महीने पहले राज्य में एडहॉक, ठेका आधारित, डेली वेज, वर्क चार्ज और अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी करने का फैसला लिया था। इसके लिए राज्य सरकार ने नई पॉलिसी तैयार की गई। इसके तहत 10 साल की सर्विस पूरी कर चुके कर्मचारियों को रेगुलर करने की बात कही गई।


सर्विस रूल्स के अनुसारसारी शर्तें पूरी होनी अनिवार्य

पंजाब सरकार की नई पॉलिसी के अनुसार, कर्मचारी के स्थायी होने के लिए सर्विस रूल्स के अनुसार शैक्षणिक योग्यता, पोस्ट व अनुभव समेत अन्य शर्तें पूरी होनी चाहिएं। बीते 10 वर्ष की सर्विस के दौरान कर्मचारी का आचरण संतोषजनक होना चाहिए। सरकार द्वारा 10 साल की समय सीमा की गिनती के समय काल्पनिक ब्रेक पर विचार नहीं किया जाएगा।



लाभार्थी कर्मचारियों की 58 वर्ष की आयु तक विशेष कैडर में नियुक्ति

नई नीति आउटसोर्स कर्मचारियों के अलावा योग्यता पूरी नहीं करने वाले कर्मचारियों पर लागू नहीं होगी। लाभार्थी कर्मचारियों की 58 वर्ष की आयु तक विशेष कैडर में नियुक्ति रहेगी। कर्मचारियों को कैडर पोस्ट के पद पर नहीं रखा जाएगा। सर्विस रूल के अनुसार कर्मचारी रेगुलर कैडर का हिस्सा नहीं होंगे।


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