North Delhi:नार्थ दिल्ली के लारेंस रोड से ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी अमेजॉन से सामान मंगवाने को लेकर ग्राहक के साथ करीब 29,000 हजार रुपए का फ्रॉड करने का मामला सामने आया है।
अमेजॉन से मंगवाया था Xiaomi Pad 6
अरुण नार्थ दिल्ली इलाके के लॅारेंस रोड के निवासी हैं। उन्होंने ऑनलाइन शॉपिंग ऐप अमेजॉन से शाओमी Pad 6, 05-09-23 को शाम को आर्डर किया था। अमेजॉन ने ग्राहक को मेल के ज़रिए वीरवार 7 सितंबर को डिलीवरी देने का मेल किया ।अमेजॉन ने मेल या फोन पर किसी भी डिलीवरी पार्टनर की कोई डिटेलस शेयर नहीं की ।
7 सितंबर को ग्राहक को अमेजॉन की तरफ से सुबह 5:29 बजे मेल पर सूचना दी जाती है कि आपका पैकेज सुबह 7 बजे से 10 बजे के बीच में डिलीवर कर दिया जाएगा। और उसी मेल में ग्राहक को वन टाईम ओटीपी भी भेजा गया। जो कि डिलीवरी के समय ग्राहक को डिलीवरी ब्वाय को बताना था। इसके बाद ठीक 8:30 बजे अमेजॉन की तरफ से एक मेल आता है कि आपका पैकेज डिलीवर कर दिया गया है। लेकिन उस वक्त ग्राहक को कोई भी अमेजॉन की तरफ से ओटीपी पूछने के लिए फोन नहीं आता। ग्राहक को ओटीपी पूछने को लिए अमेजॉन की तरफ से उसी दिन दोपहर के 1:25 मिनट और 1:54 पर फोन आता है। अमेजॉन एक ओथेंटिक ऑनलाइन शॉपिंग ऐप है । बिना शक किए उसने डिलीवरी ब्वाय को ओटीपी बता दिया। ग्राहक की मानें तो वो 7 सितंबर को दिल्ली से बाहर था। इस लिए उनकी माता जी ने (72-73 वर्ष) रिसीव किया। और जैसे ही डिलीवरी हुई उन्होंने वह पैकेज वैसे ही खोले बिना रख दिया। क्योंकि घर में कोई और नहीं आता जाता नहीं तो जहां पर था वहीं रखा रहा।
ग्राहक अगले दिन 8 सितंबर को वापिस दिल्ली तकरीबन रात के 9 बजे पहुंचा। और अपना पैकेट खोलने के लिए उठाया। लेकिन पैकेट पहले से ही खुला हुआ था। पैकेट कुछ अजीब सा भारी था और पैकेट के अंदर से कुछ बजने की आवाज़ सुनाई दी। ग्राहक ने जैसे ही उस खुले हुए पैकेट को पूरा खोल के देखा तो उसकी हैरानी का ठिकाना नहीं रहा। उस पैकेट में Xiaomi Pad 6 की जगह 5 पत्थर भरे हुए थे।
उसके बाद ग्राहक ने अमेजॉन के कस्टमर केयर नंबर से सम्पर्क किया। और उनको सारी बात बताई। तब अमेजॉन ने तफ्तीश का भरोसा देकर 14 सितंबर का टाइम दिया। कि वो Step by Step सारी इंन्कवायरी करके उसको जवाब देते है। लेकिन 9 सितंबर को अमेजॉन की तरफ से मेल करके ग्राहक को कहा गया कि हमने आपके आर्डर डिटेलस चैक किए हैं। आपने पहले भी कई बार ऑर्डर से गायब हुई, बहुत सारी वस्तुओं के बदले बड़ी संख्या में रिफंड लिया है। हालांकि ग्राहक का कहना है कि वो कभी ज्यादा महंगी चीज़े आनलाइन आर्डर नहीं करता । औ ना ही कभी रिफंड की नौबत आई। जाहिर सी बात है कि अमेजॉन ने अपना पक्ष इंक्वायरी से पहले ही क्लीयर कर दिया था कि वो रिफंड नहीं करेगा। खैर फाइनली 12 तारीख को ग्राहक को मेल आता है, कि हम समझते हैं कि शिपमेंट से Item गायब हुई है। लेकिन आपको डिलीवरी accept करने से पहले ही पैकेट चैक करके लेना चाहिए था, क्योंकि उनकी तरफ से temper-evident packaging में Item भेजी जाती है। और यह अमेजॉन की तरफ से चूक नहीं हुई तो आपको रिफंड नहीं दे सकते। अब ग्राहक के पास पुलिस में कंपलेंट करने और कंज्यूमर कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है।
अब सवाल ये उठता है कि अगर अमेजॉन हर स्टेप की रिकार्डिंग और रिकार्ड रखता है। तो क्या उसके पास डिलीवरी के मेल और काल डिटेलस नहीं हैं। क्यों अमेजॉन अपने डिलीवरी पार्टनर की डिटेलस ग्राहक के साथ शेयर नहीं करता। ग्राहक को पता ही नहीं की उसको कौन सी डिलीवरी कंपनी के द्वारा आइटम डिलीवर की जा रही है। जब तक आर्डर ठीक से ग्राहक को नहीं मिलता तब तक किसकी जिम्मेदारी है? क्यों अमेजॉन खुद की और डिलीवरी पार्टनर को जिम्मेदारी मानने को तैयार नहीं। कहीं ना कहीं तो चूक हुई है। पर एक बात तो साफ है कि आजकल लोगों पास वक्त की कमी के चलते ऑनलाइन शॉपिंग का ट्रैंड बढ़ गया है। और लोग ऐसी ऐप पर भरोसा कर लेते हैं। और अरुण की तरह ही आए दिन जाने कितने ही लोग धोखा खाते हैं। ऐसे में अमेजॉन और ऐसी कई और ऑनलाइन शॉपिंग ऐप ग्राहकों के साथ धोखा होने के बाद अपना पल्ला झाड़ लेती है। अमेजॉन को जिम्मेदारी लेते हुए उचित कार्रवाई करते हुए, ग्राहक के साथ न्याय करना चाहिए। और अंत में लोगों को भी अमेजॉन जैसी ऑनलाइन शॉपिंग ऐप पर ज्यादा भरोसा नहीं दिखाना चाहिए। उपरोक्त जानकारी ग्राहक द्वारा दी गई है।