New delhi: पंजाब में किसान केंद्र सरकार के खिलाफ 28 से 30 सितंबर को रेल रोको आंदोलन करेंगे.पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और अन्य राज्यों के किसान भी इसमें शामिल होंगे। इस कारण से दिल्ली से पंजाब को जाने वाली ट्रेनें प्रभावित होंगी. ऐसे में दिल्ली से लेकर पंजाब तक रेलवे के विभिन्न विभाग तैयारी करने में जुटे हैं. यात्रियों की सुरक्षा से लेकर ट्रेनों के संचालन तक की पूरी योजना तैयार की जा रही है. सुरक्षा को लेकर आरपीएफ, खुफिया एजेंसियां भी सतर्क हैं.
रेल रोको आंदोलन को लेकर 23 सितंबर 2023 को देर रात पंजाब में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें उत्तर भारत के 16 किसान संगठनों ने फैसला लिया कि अगर तीन दिन में सरकार ने किसानों की बात नहीं सुनी, तो पूरे देश में आंदोलन किया जाएगा. यह आंदोलन वैसा ही होगा जैसे दिल्ली आंदोलन से पहले पंजाब में शुरू हुआ था. किसानों की ओर से पहले 22 अगस्त को चंडीगढ़ में अपनी मांगों को लेकर आंदोलन किया गया था. 28 से 30 सितंबर तक रेल रोको आंदोलन में पंजाब के साथ हरियाणा, हिमाचल, यूपी, उत्तराखंड और भी दूसरे राज्यों के किसान संगठन मौजूद रहेंगे. किसान संगठनों ने कहा है कि वह कोई भी रेल नहीं चलने देंगे.
रेलवे के सीनीयर अधिकारियों का कहना है कि 24 घंटे में सबसे अधिक ट्रेनें दिल्ली से पंजाब की ओर जाती हैं. इनमें कुछ दिल्ली से पंजाब और कुछ आगे तक जाती हैं. कई ट्रेनें दिल्ली होते हुए पंजाब की ओर जाती हैं. रेल रोको आंदोलन के दौरान किन ट्रेनों को रद्द किया जाएगा. कौन-सी ट्रेन को डाइवर्ट किया जाएगा, इस पर निर्णय होगा.
यदि किसान आंदोलन करते हैं तो यात्रियों को असुविधा होगी, जिससे बचने के लिए वे पंजाब की ओर जाने वाली ट्रेनों में यात्रा करने से बचें. फिरोजपुर मंडल के अधिकारियों के साथ नई दिल्ली के अधिकारी कोरडिनेशन करने में लगे हैं। जो ट्रेनें रद्द होंगी, उनमें टिकट बुक करने वालों का पैसा वापस मिल जाएगा.
किसान संगठन पंजाब के मोगा, होशियारपुर, गुरदासपुर, बटाला, जालंधर कैंट, तरण तारण, सुनाम, फिरोजपुर बस्ती टैंक वाली, नाभा, रामपुर फूल, अमृतसर, देवीदासपुरा में रेल रोको आंदोलन करेंगे.