Chandigarh,Punjab:पंजाब को सुरक्षित बनाने के लिए चल रही मुहिम के हिस्से के तौर पर पुलिस द्वारा बुधवार को विशेष ऑपरेशन सील-5 चलाया गया, जिसके अंतर्गत सरहदी राज्य में दाखि़ल होने या बाहर जाने वाले सभी वाहनों की चैकिंग की गई। जिससे पंजाब में नशा तस्करी और शराब तस्करी पर नजऱ रखने के साथ-साथ गैंगस्टरों और समाज विरोधी तत्वों की गतिविधियों पर भी बारीकी से नजर रखी जा सके।
यह चैकिंग डीजीपी पंजाब गौरव यादव के निर्देशों पर एक ही समय पर सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक की गई। विशेष डीजीपी कानून-व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने बताया कि बठिंडा, पटियाला और रूपनगर रेंज के ए.डी.जी.पी, फरीदकोट रेंज के आईजीएसपी और बॉर्डर, जालंधर और फिऱोज़पुर रेंज के डीआईजी को सरहदी राज्यों के अपने समकक्ष रेंज आईजीएसपी के साथ तालमेल करने के लिए कहा गया था, जिससे प्रभावशाली ढंग से सील-5 के हिस्से के तौर पर नाकाबंदी को सुनिश्चित बनाया जा सके।
उन्होंने बताया कि सरहदी जिलों के सभी एसएसपीज़ को सरहदी जिलों की रणनीतिक स्थानों पर साझे नाके लगाने और गज़टेड अधिकारियों/एसएचओज़ की निगरानी अधीन सीलिंग प्वाइंट्स पर मज़बूत नाके लगाने के लिए अधिक से अधिक संख्या जुटाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि 10 जिलों के सभी 131 एंट्री/ एग्जिट प्वाइंट्स, जो कि चार सरहदी राज्यों और यूटी चंडीगढ़ के साथ लगते हैं, पर इंसपैक्टरों/डी.एस.पी की निगरानी अधीन 1200 से अधिक पुलिस कर्मचारियों से लैस मज़बूत नाके लगाए गए। 10 अंतर-राज्यीय सरहदी जिलों में पठानकोट, श्री मुक्तसर साहिब, फाजिल्का, रोपड़, एसएएस नगर, पटियाला, संगरूर, मानसा, होशियारपुर और बठिंडा शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान संदिग्ध वाहनों/व्यक्तियों की बारीकी से तलाशी ली गई और आम लोगों की कम से कम असुविधा को सुनिश्चित बनाया गया। उन्होंने कहा कि वाहनों की जांच करने के अलावा, पुलिस टीमों ने वाहन मोबाइल ऐप का प्रयोग करके उनके रजिस्ट्रेशन नंबरों की भी पुष्टि की।
उन्होंने आगे कहा, हमने सभी पुलिस कर्मचारियों को सख़्ती से हिदायत की थी कि इस कार्यवाही के दौरान लोगों के वाहनों की चैकिंग करते समय हरेक के साथ दोस्ताना ढंग और विनम्रता से पेश आएँ।
विशेष डीजीपी ने बताया कि राज्य में दाखिल/ बाहर जाने वाले 3760 वाहनों की चैकिंग की गई, जिनमें से 271 के चालान किए गए और 46 को ज़ब्त किया गया। पुलिस ने 23 एफआईआर दर्ज करके 26 व्यक्तियों को गिरफ़्तार भी किया। इस दौरान पुलिस टीमों ने 211 संदिग्ध व्यक्तियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
जि़क्रयोग्य है कि ऐसे ऑपरेशन इलाके में पुलिस की मौजूदगी को दिखाने के साथ-साथ समाज विरोधी तत्वों में पुलिस का ख़ौफ़ पैदा करने और आम लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा करने में मददगार होते हैं.