सुभाष बराला के एक बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि सुभाष बराला तो कल आए हैं। मैं 1987 से विधायक हूं। वो अब गए हैं राज्यसभा में मैं तो 1990 में चला गया था। सुभाष बराला अपनी समझ अपने पास रखें, रणजीत सिंह को देने की जरूरत नहीं।
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source https://www.nayaharyana.com/2024/07/blog-post_9.html
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