चंडीगढ़ : हरियाणा में चुनाव तारीखों की घोषणा के बाद 90 विधानसभा सीटों पर 1 अक्टूबर को मतदान होगा... इन 90 सीटों में कुरुक्षेत्र की पिहोवा सीट भी शामिल है...ये हरियाणा की हॉट सीटों में से एक है...ऐसे माना जाता है कि इस सीट से विधानसभा तक पहुंचने के बाद हरियाणा मंत्रिमंडल में जाने का रास्ता भी खुलता है.
यहां से चार बार जीतने वाले स्वर्गीय जसविंद्र सिंह संधू को आईएनएलडी सरकार में कृषि मंत्री बनाया गया था...कांग्रेस की टिकट पर यहां से चुनाव जीतने वाले हरमोहिंद्र सिंह चट्ठा को भी यहां से जीत मिलने के बाद वित्तमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और कृषि मंत्री बनाया था....इसके अलावा यहां से विधायक रहे प्यारा सिंह कैबिनेट मंत्री बने थे जबकि तारा सिंह स्पीकर बने तो वहीं बलबीर सैनी कैबिनेट मंत्री बने थे.
पिहोवा सीट से कौन कब कब विधायक बनकर विधानसभा पहुंचा है ?
कुरुक्षेत्र जिले की पिहोवा विधानसभा सीट 1957 के चुनाव से अस्तित्व में है...1957 के चुनाव में यहां से कांग्रेस के जगदीश चंद्र ढोल विधायक बनकर विधानसभा में पहुंचे थे ...1962 में भी कांग्रेस के ही उम्मीदवार सरदार प्यारा सिंह ने यहां से जीत दर्ज की थी ...लेकिन 1967 के विधानसभा चुनाव में स्वंतत्र पार्टी के चमनलाल ने कांग्रेस के मेहर सिंह को परास्त किय़ा और विधानसभा तक का रस्ता तय किया.
1968 में हुए मध्या अवधि चुनाव में दोबारा से कांग्रेस पार्टी ने इस सीट पर कब्जा किया ...इस बार कांग्रेस के सरदार प्यारा सिंह ने जनसंघ के रामदीया को हराया और विधायक बन गए ...सरदार प्यारा सिंह ने 1972 में भी ये सीट जीत कर कांग्रेस की झोली में डाली ..लेकिन 1977 में जनता पार्टी के सरदार तारा सिंह ने प्यारा सिंह को हरा दिया....सरदार प्यारा सिंह ने हार के बाद अगले चुनाव में 1982 में एक बार फिर से कमबैक किया और इस बार निर्दलीय उम्मीदवार को शिकस्त देकर विधायक बने.
इसके बाद लोकदल के बलबीर सिंह की एंट्री होती है और कांग्रेस के सरदार तारा सिंह को हरा देते हैं ....अगले तीनों चुनाव 1991 ,1996 और 2000 में यहां से सरदार जसविंदर सिंह संधू चुनाव जीतते हैं और तीनों ही बार बलबीर सिंह सैनी को हराते हैं... साल 2005 में कांग्रेस के हरमोहिंदर सिंह चट्ठा ने भारतीय जनता पार्टी के बलबीर सिंह सैनी को हरा कर ये सीट कांग्रेस के नाम की ...इस चुनाव में इण्यिन नेशनल लोकदल के जसविंदर सिंह संधू तीसरे नंबर पर रहे थे.
साल 2009 में हरमोहिदंर सिंह चट्ठा इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखते हैं और जसविंदर सिंह संधू को दूसरे और भाजपाई उम्मीदवार बलबीर सिंह को तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ता है ....वहीं साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर के बावजूद यहां से इण्यिन नेशनल लोकदल के जसविंदर सिंह संधू ने भाजपा के जयभगवान शर्मा को परास्त किया और विधायक बनने में कामयाब हुए ..इस चुनाव में हरमोहिंदर सिंह चट्ठा के बेटे मनदीप सिंह चट्ठा तीसरे स्थान पर रहे.
साल 2019 में हॉकी के सीनियर खिलाड़ी संदीप सिंह को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया और चुनावी मैदान में उतारा .....ड्रैग फ्लिकर संदीप सिंह ने कांग्रेस के मनदीप सिंह चट्ठा को हराकर विधानसभा का रास्ता साफ किया .....संदीप सिंह को मनोहर लाल सरकार में खेल मंत्री बनाया गया था..लेकिन महिला कोच यौन शोषण मामले में फंसने के बाद उन्होंने इस्तीफ दे दिया था...अब 2024 के विधानसभा चुनाव में देखना ये है कि किस किस के बीच में मुकाबला होता है और कौन जीतकर पिहोवा विधानसभा सीट से विधायक बनता है.
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