Haryana Assembly Election 2024 : करनाल सीट का सियासी इतिहास, इस बार कौन मारेगी बाजी ?



 चंडीगढ़ : हरियाणा का करनाल....महाभारत के सबसे खासपात्र दानवीर कर्ण की जन्मभूमि है... करनाल के किले पर कौन जीत का झंडा गाड़ेगा ये तो चार अक्तूबर को विधानसभा चुनावों का परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा ...लेकिन फिलहाल आपको बताते हैं कि इस हॉट सीट से कब कौन कौन विधायक बना और विधानसभा पहुंचा.

करनाल विधानसभा के चुनावी इतिहास पर नजर डालें तो आप पाएंगे कि यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही रहा है....ज्यादातर चुनावों में हलके से कभी बीजेपी तो कभी कांग्रेस के विधायक जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं .. 1967 के चुनाव में भारतीय जनसंघ के रामलाल यहां से विधायक बने थे ...मगर 1968 के मध्या अवधि चुनाव में पासा पलट गया और भारतीय जनसंघ के रामलाल को निर्दलीय उम्मीदवार शांति प्रसाद ने पटकनी दे दी ....लेकिन हार का बदला रामलाल ने 1972 के चुनाव में चुकता किया.

इस बार रामलाल जहां भारतीय जनसंघ के उम्मीदवार थे वहीं शांति प्रसाद कांग्रेस की तरफ से चुनावी मैदान में उतरे थे ...दोनों के बीच हुए कड़े मुकाबले में रामलाल ने शांति प्रसाद को 862 वोटों से शिकस्त देकर जीत दर्ज की ...और रामलाल की जीत का सिलसिला यहीं नहीं रुका ...वो 1977 के विधानसभा चुनाव में भी जनता पार्टी की टिकट पर यहां से विधायक बनकर विधानसभा में पहुंचे ...मगर 1982 के चुनाव में कांग्रेस की शांति देवी ने बीजेपी के रामलाल को परास्त कर ये सीट कांग्रेस की झोली में डाली ...लेकिन 1987 में बीजेपी ने दोबारा से इस सीट पर कब्जा किया..इस बार बीजेपी के लछमन दास ने कांग्रेस के जयप्रकाश को हराकर ....ये सीट बीजेपी के नाम की ...मगर जयप्रकाश ने अपनी हार का बदला 1991 में लिया और बीजेपी के उम्मीदवार चेतन दास चुनावी महासंग्राम में चारों खाने चित्त किया.....लेकिन जयप्रकाश की बादशाहत 1996 के विधानसभा चुनाव में कायम नहीं रह पाई.

इस चुनाव में बीजेपी के शशिपाल मेहता ने जयप्रकाश को पटकनी दी ..लेकिन 2000 के चुनाव में जयप्रकाश ने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर कमबैक किया और बीजेपी के सतीश कालरा को हराकर विधानसभा पहुंचे ....इसके बाद 2005 और 2009 के चुनाव में कांग्रेस ने इस सीट पर अपनी बादशाहत रखी ..दोनों बार यहां से कांग्रेस की सुमिता सिंह विधायक बनकर विधानसभा पहुंची ..वहीं 2014 और 2019 में यहां से बीजेपी के मनोहर लाल ने जीत दर्ज की ..दोनों बार यहां से विधायक बनने के बाद बीजेपी ने मनोहर लाल को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया.

इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने मार्च 2024 में मुख्यमंत्री बदलकर नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाया ..जिसके चलते विधानसभा सीट पर उप चुनाव हुए और इस उप चुनाव में नायब सिंह सैनी यहां से विधायक बनने में कामयाब हुए ..अब एक बार फिर से विधानसभा चुनाव हो रहे हैं अबकी बार देखना ये है कि कौन इस विधानसभा का प्रतिनिधित्व करता है.

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