चंडीगढ़ : आम आदमी पार्टी पंजाब के महासचिव एवं पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन स. हरचंद सिंह बरसट ने किसान आंदोलन को पवित्र बताते हुए भाजपा सांसद कंगना रनौत की तरफ से दिये बयानों की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि कंगना द्वारा लगातार पंजाब का माहौल खराब करने के लिये दिये जा रहे बयान असल में पंजाब के प्रति भाजपा की सोच को दर्शाते हैं और यह कोई पहली घटना नहीं है।
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन दुनिया के इतिहास में पहला ऐसा आंदोलन है, जो इतने लंबे समय तक चला था। यह आंदोलन किसानों, मजदूरों, आढ़तियों और पंजाब के सभी वर्गों के लोगों का पवित्र आंदोलन था, जिसे भाजपा की शह पर आंदोलन के दौरान और बाद में बदनाम करने की कोशिशें लगातार जारी हैं। इसे न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया भर से समर्थन मिला था। लाखों लोगों के लिये रोजाना लंगर बांटा जाता रहा पर फिर भी कंगना रनौत की तरफ से इस तरह का बयान देना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और इससे लोगों के दिलों में पंजाब के प्रति नफरत पैदा करने की भाजपा की नीति का पता चलता है।
भाजपा कंगना रनौत के बयानों से अपना पल्ला झाड़कर उसे फटकार लगा रही है, जोकि सिर्फ एक दिखावा है। उन्होंने बताया कि भाजपा नेता पहले भी किसानों को आतंकवादी करार देते आए हैं, लेकिन भाजपा ने उनके खिलाफ कभी कोई कार्रवाई नहीं की। भाजपा को चाहिये कि वह इस बयान की जिम्मेदारी ले, अन्यथा कंगना रनौत के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
आप के प्रदेश महासचिव ने कहा कि कंगना रनौत को किसान-मजदूर आंदोलनों के बारे में पढ़ने की बहुत जरूरत है और उनके बयानों से लगता है कि वह बचपन से ही फ्रस्ट्रेशन की शिकार हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि रनौत को अपनी फ्रस्ट्रेशन से राहत पाने के लिए पक्के तौर पर अपना जीवनसाथी ढूंढना चाहिए, ताकि वह लोगों पर बेबुनियाद कीचड़ उछालना बंद कर सकें।
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