Haryana News: हरियाणा सरकार ने नई शिक्षा नीति (NEP) को लागू करने की दिशा में ठोस कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। शिक्षा विभाग ने इसके लिए व्यापक तैयारियां शुरू की हैं। सबसे पहले प्रदेश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से सुझाव लेने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी।
शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा के निर्देशानुसार, सभी विश्वविद्यालयों, राजकीय कॉलेजों, राजकीय सहायता प्राप्त कॉलेजों और स्वपोषी कॉलेजों को इस संदर्भ में एक पत्र लिखा गया है। इस पत्र में कहा गया है कि 12 जनवरी से विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, जिनमें शिक्षा मंत्री स्वयं भाग लेंगे।
कार्यक्रम में भागीदारी अनिवार्य
सरकार ने साफ निर्देश दिए हैं कि इन कार्यक्रमों से दूरी बनाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसका उद्देश्य सभी संबंधित पक्षों को सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करना है, ताकि नई शिक्षा नीति को प्रभावी रूप से लागू किया जा सके।
शिक्षा नीति को लेकर जोड़े गए विश्वविद्यालय और कॉलेज
शिक्षा विभाग ने प्रदेश के प्रमुख विश्वविद्यालयों और उनसे संबंधित जिलों को कार्यक्रमों के आयोजन के लिए जोड़ा है:
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कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय:
इसमें अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, फतेहाबाद, सिरसा और हिसार जिले जोड़े गए हैं। -
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक:
इसमें रोहतक, झज्जर, भिवानी और चरखी दादरी जिले शामिल हैं। -
दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल (सोनीपत):
इसमें सोनीपत, पानीपत और जींद जिले जोड़े गए हैं। -
गुरुग्राम विश्वविद्यालय, गुरुग्राम:
इसमें गुरुग्राम और आस-पास के जिले सम्मिलित हैं।
12 जनवरी को होगा अभियान का शुभारंभ
नई शिक्षा नीति को लेकर 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा द्वारा एक विशेष अभियान का शुभारंभ किया जाएगा। यह अभियान राज्य में शिक्षा क्षेत्र से जुड़े सभी वर्गों से विस्तृत चर्चा और सुझाव प्राप्त करने पर केंद्रित होगा।
मुख्य कार्यक्रम हरियाणा के विभिन्न विश्वविद्यालयों में आयोजित किए जाएंगे। सभी कॉलेज और स्टाफ को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने जिलों के संबंधित विश्वविद्यालयों में सुबह 10 बजे तक कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे।
सभी वर्गों से व्यापक चर्चा का निर्णय
हरियाणा सरकार का यह विशेष अभियान शिक्षा नीति के विभिन्न बिंदुओं को लागू करने के साथ-साथ उनसे जुड़े सुझावों को इकट्ठा करने का एक बड़ा प्रयास है।
सरकार ने तय किया है कि शिक्षा क्षेत्र से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जुड़े सभी वर्गों से विस्तृत चर्चा की जाएगी। इसके तहत शिक्षा के सभी पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श होगा।
नई शिक्षा नीति: शिक्षा क्षेत्र में सुधार की उम्मीद
हरियाणा सरकार का यह कदम प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा देने की क्षमता रखता है। नई शिक्षा नीति का उद्देश्य है:
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शिक्षा का समावेशी विकास:
सभी वर्गों के लिए शिक्षा के अवसरों का विस्तार। -
गुणवत्ता में सुधार:
शिक्षण प्रक्रिया में नवाचार और नवीनतम तकनीकों का उपयोग। -
नए पाठ्यक्रम का निर्माण:
छात्रों की रोजगारपरकता बढ़ाने के लिए पाठ्यक्रम में बदलाव। -
शिक्षकों का सशक्तिकरण:
प्रशिक्षण और आधुनिक शिक्षण उपकरणों का उपयोग।
source https://www.nayaharyana.com/2025/01/haryana-education-policy-implement-soon-mahipal-dhanda-56465.html