डबवाली। 2024 हरियाणा विधानसभा चुनाव में डबवाली विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अमित सिहाग ने जननायक जनता पार्टी (JJP) के प्रत्याशी दिग्विजय चौटाला पर चुनावी धांधली और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। इस संबंध में सिहाग ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
29 जनवरी को अदालत ने इस याचिका पर सुनवाई की और अगली सुनवाई 21 फरवरी को तय की गई है।
चुनाव प्रचार में NGO की भूमिका पर सवाल
अमित सिहाग ने अपनी याचिका में आरोप लगाया कि चुनाव प्रचार के दौरान JJP से जुड़े एक NGO "अयास" (AYAAS) ने कई गांवों में पुस्तकालय, जिम खोले और मैराथन का आयोजन किया। उन्होंने दावा किया कि ये सभी गतिविधियां चुनाव से जुड़ी थीं और दिग्विजय चौटाला को फायदा पहुंचाने के लिए की गईं।
सिहाग ने आगे कहा कि इसी दौरान इस NGO ने एक धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित किया, जिसका उद्देश्य चौटाला के समर्थन में माहौल बनाना था। उन्होंने आरोप लगाया कि इस NGO ने चुनाव प्रचार के लिए भारी धनराशि खर्च की और यह पूरा अभियान दिग्विजय चौटाला के पक्ष में संचालित किया गया।
सिद्धू मूसेवाला की प्रतिमा को लेकर भी आरोप
सिहाग ने आरोप लगाया कि चुनाव प्रचार के दौरान डबवाली में दिवंगत पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की धातु से बनी प्रतिमा स्थापित की गई, जिसकी लागत करीब 14 लाख रुपये थी। यह खर्च चुनावी खर्चों में दर्ज नहीं किया गया था, जो चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन है।
उन्होंने कहा कि चौटाला ने न केवल इस NGO का राजनीतिक लाभ उठाया बल्कि चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित खर्च की सीमा से अधिक राशि खर्च की। उन्होंने इस पूरे मामले की विस्तृत जांच की मांग की है।
नंदिशाला मैदान में हुए कार्यक्रम पर आपत्ति
सिहाग ने अपनी याचिका में विशेष रूप से नंदिशाला मैदान में हुए कार्यक्रम पर सवाल उठाया। यहां धार्मिक प्रवचनकर्ता कन्हैया मित्तल का एक बड़ा धार्मिक आयोजन हुआ था। इसके अलावा, पुस्तकालयों का उद्घाटन और मैराथन भी NGO के बैनर तले कराए गए थे। सिहाग का मानना है कि इन गतिविधियों का सीधा असर चुनाव परिणाम पर पड़ा और इससे दिग्विजय चौटाला को 35,261 वोट हासिल करने में मदद मिली।
उन्होंने डबवाली के मतदान केंद्र 169 से 202 तक के डेटा पर भी सवाल उठाते हुए EVM की विश्वसनीयता पर संदेह व्यक्त किया है। गौरतलब है कि सिहाग को इस चुनाव में मात्र 610 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था।
दिग्विजय चौटाला ने किया बचाव
इस मामले में दिग्विजय चौटाला ने अपने बचाव में कहा कि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया। सोमवार को सिरसा के कालुआना गांव में ग्रामीणों से बात करते हुए चौटाला ने अपने दिवंगत दादा, पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला को उद्धृत करते हुए कहा, "अगर रोजगार देना पाप है, तो मैं यह काम सौ बार करूंगा। अगर शिक्षा देना पाप है, तो मैं यह भी सौ बार करूंगा।"
कालुआना में एक पुस्तकालय के उद्घाटन के दौरान उन्होंने आलोचकों को जवाब देते हुए कहा, "क्या पुस्तकालय बनवाना गलत है? क्या शिक्षा के माध्यम से बाबा साहेब अंबेडकर के सपने को साकार करना गलत है?"
आदित्य देवीलाल ने चुनाव आयोग को ठहराया जिम्मेदार
डबवाली से विधायक आदित्य देवीलाल ने कहा कि यदि कोई याचिका दायर करनी थी तो वह चुनाव आयोग के खिलाफ होनी चाहिए, न कि उम्मीदवारों के खिलाफ। उन्होंने कहा कि सभी प्रत्याशी अपने प्रचार में व्यस्त थे, और किसी भी अनियमितता को पकड़ने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की थी।
उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान हर उम्मीदवार के खर्च का रिकॉर्ड रखा गया और IAS अधिकारियों द्वारा इसकी नियमित निगरानी की गई। यदि कोई गड़बड़ी हुई है, तो इसकी जवाबदेही चुनाव आयोग की बनती है, न कि प्रत्याशियों की।
2024 डबवाली विधानसभा चुनाव के नतीजे
डबवाली विधानसभा चुनाव में इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के आदित्य देवीलाल ने 56,074 वोटों से जीत दर्ज की। कांग्रेस के अमित सिहाग को 55,464 वोट मिले और JJP के दिग्विजय चौटाला 35,261 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। दिलचस्प बात यह है कि ये तीनों उम्मीदवार चौटाला परिवार से हैं लेकिन अलग-अलग दलों से चुनाव लड़े थे।
डबवाली विधानसभा चुनाव में गड़बड़ी को लेकर मामला अब अदालत तक पहुंच चुका है। हाईकोर्ट में अगली सुनवाई 21 फरवरी को होगी, जिसके बाद यह तय होगा कि चुनाव प्रक्रिया में कोई अनियमितता हुई या नहीं। फिलहाल, इस कानूनी लड़ाई से डबवाली की राजनीति गर्मा गई है और सभी की नजरें अदालत के फैसले पर टिकी हैं।
source https://www.nayaharyana.com/2025/02/congress-candidate-from-dabwali-claims-poll-fraud-jjps-digvijay-chautala-defends-his-actions.html