कुरुक्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के लिए पानीपत रोडवेज की 90 बसों को भेजे जाने के कारण जिले की स्थानीय बस सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। कई रूटों पर तो बसें पूरी तरह से बंद होने जैसी स्थिति बन गई है, जिससे रोजाना सफर करने वाले हजारों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं सोनीपत जिले की 110 बसों को इस कार्यक्रम में प्रशासनिक ड्यूटी पर लगाए जाने के कारण सोमवार से ही सोनीपत बस अड्डे पर यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है और मंगलवार को भी यह समस्या बनी रह सकती है।
160 के बजाय सिर्फ 70 बसें ही रह गईं उपलब्ध
पानीपत रोडवेज बस स्टैंड से रोजाना करीब 160 बसें विभिन्न स्थानीय और लंबी दूरी के मार्गों पर चलती हैं। लेकिन एक साथ 90 बसोंके कुरुक्षेत्र चले जाने से स्थानीय परिचालन की कमर टूट गई है। यात्रियों, विशेषकर स्कूल-कॉलेज जाने वाले छात्रों और दफ्तर जाने वाले लोगों को सुबह से ही बसों के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। कई लोगों को मजबूरी में महंगे ऑटो या निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ा।
इन रूटों पर सबसे ज्यादा असर
स्थानीय बस सेवा ठप होने से सबसे ज्यादा असर निम्नलिखित रूटों पर देखने को मिला:
इन मार्गों के नियमित यात्रियों ने बताया कि सामान्य दिनों में हर 20-30 मिनट में बस मिल जाती थी, लेकिन आज दो से तीन घंटे तक का इंतजार करने के बाद भी बस नसीब नहीं हो रही थी।
रोडवेज प्रशासन का दावा और प्रयास
पानीपत रोडवेज के जनरल मैनेजर विकम कंबोज ने स्थिति की पुष्टि करते हुए कहा, “बसें प्रशासनिक ड्यूटी पर कुरुक्षेत्र कार्यक्रम में गई हैं। हम यात्रियों को हो रही परेशानी को समझते हैं और उन्हें बेहतर सुविधा देने का पूरा प्रयास कर रहे हैं।”
डिपो अधिकारियों ने बताया कि यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए अन्य रूटों पर चलने वाली कुछ बसों के चक्कर बढ़ाए गए हैं ताकि यात्रियों को कम से कम परेशानी हो। उनका दावा है कि लंबी दूरी की बस सेवाएं (जैसे दिल्ली, चंडीगढ़) प्रभावित नहीं हुई हैं।
हालांकि, जमीनी हकीकत इस दावे से अलग नजर आई, जहां यात्री बस स्टैंड पर बसों की कमी से जूझते देखे गए। उम्मीद है कि बुधवार तक सभी बसें वापस लौटने के बाद स्थानीय बस सेवा सामान्य हो जाएगी।
