सोनीपत जिले में एक बार फिर साइबर ठगों ने अपनी करतूत दिखाई है। इस बार ठगों ने एक पेंशनर को फर्जी बैंक अधिकारी बनकर फोन किया और उससे आधार, पैन और ओटीपी जैसी संवेदनशील जानकारी हासिल करके उसके बैंक खाते से दो लाख रुपए की रकम निकाल ली। पीड़ित ने तुरंत नेशनल साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद सोनीपत साइबर क्राइम थाना ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
‘पेंशन सर्टिफिकेट अपडेट’ के नाम पर हुई ठगी
घटना की शिकायत सेक्टर-15 के रहने वाले भीम सैन ने दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को पंजाब नेशनल बैंक (PNB) का अधिकारी बताया और कहा कि वह पेंशन का सालाना लाइव सर्टिफिकेट अपडेट करवाने के लिए फोन कर रहा है ताकि भीम सैन को बैंक शाखा जाने की जरूरत न पड़े।
भरोसे में आकर पीड़ित ने अपना आधार नंबर, पैन कार्ड नंबर, बैंक खाता नंबर, डेबिट कार्ड का विवरण और पीपीओ नंबर तक बता दिया। इसके बाद ठग ने ओटीपी की मांग की और पीड़ित ने वह भी साझा कर दिया।
ओटीपी मिलते ही किए कई ट्रांजैक्शन
जैसे ही ठगों के पास ओटीपी पहुंचा, उन्होंने पीड़ित के खाते से एक के बाद एक कई ट्रांजैक्शन करके पूरी रकम निकाल ली। ठगों ने तीन बार 50-50 हजार रुपए (कुल 1.5 लाख) और दो बार 25-25 हजार रुपए (कुल 50,000) का लेन-देन किया। इस तरह कुल दो लाख रुपए की रकम पलभर में ही पीड़ित के खाते से गायब हो गई।
1930 हेल्पलाइन और पुलिस में दर्ज हुई शिकायत
पैसे कटने के मैसेज देखते ही भीम सैन को अपनी गलती का अहसास हुआ। उन्होंने तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके घटना की रिपोर्ट की। इसके साथ ही उन्होंने सोनीपत साइबर क्राइम थाने में एक विस्तृत शिकायत दर्ज कराई और अपना पैसा वापस दिलाने की मांग की।
पुलिस ने अज्ञात ठगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं – 318(4), 338, 336(3), 340 और 61 के तहत मामला दर्ज किया है। पीड़ित ने बैंक स्टेटमेंट की स्टाम्पयुक्त प्रतियां भी पुलिस को सौंप दी हैं। पुलिस अब ट्रांजैक्शन के डिजिटल सबूतों और बैंक खातों के details के आधार पर ठगों की तलाश कर रही है।



