नई दिल्ली: बढ़ती महंगाई और खाद्यान्न संकट के बीच धान के उत्पादन में कमी एक बड़ी समस्या बन सकती है। कम बारिश की वजह से इस बार धान की फसल में 13 फीसदी की कमी देखी गई है। देश के कुल उत्पादन का एक चौथाई पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में होता है। इस बार इन प्रदेशों में भी धान की रोपाई कम हुई है। व्यापारियों को इस बात की चिंता है कि धान का कम उत्पादन एक तो महंगाई बढ़ा सकता है दूसरा एक्सपोर्ट पर बैन भी लग सकता है। भारत सबसे पहले देश के अंदर खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करेगा। वहीं भारत दुनियाभर का 40 फीसदी चावल निर्यात करता है। ऐसे में कई ऐसे देशों में खाद्यान्न संकट खड़ा हो सकता है जो भारत पर निर्भर हैं। भारत ने गेहूं और गन्ने के निर्यात पर पहले ही रोक लगा दिया है।
अब दुनिया होगी चावल के दाने की मोहताज, बारिश से धान की बुआई पर असर !
प्रमोद रिसालिया
प्रमोद रिसालिया एक अनुभवी राजनीतिक पत्रकार हैं, जो 'भारत खबर' वेब पोर्टल से जुड़े हुए हैं। उन्हें जमीनी राजनीति की बारीक समझ और तेज विश्लेषण के लिए जाना जाता है। प्रमोद लगातार राष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनीति से जुड़े मुद्दों पर रिपोर्टिंग और विश्लेषण करते हैं। उनकी लेखनी में तथ्यों की सटीकता और जन सरोकारों की गहराई साफ झलकती है। राजनीतिक घटनाक्रमों की रिपोर्टिंग के साथ-साथ वे चुनावी विश्लेषण और सत्ता के समीकरणों पर भी पैनी नजर रखते हैं।
मिलती जुलती ख़बरें
Add A Comment
