दिल्ली : दिल्ली के सीमापुरी में पत्रकार सुप्रिया पाठक और कैमरामैन श्याम पर हमला हुआ है। वे अवैध अतिक्रमण पर रिपोर्टिंग कर रहे थे। हमलावरों ने कैमरा छीना और चोटें पहुँचाईं। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, कुछ अज्ञात लोगों ने पत्रकारों की टीम पर बुरी तरह हमला किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए। इस घटना को बांग्लादेशी घुसपैठियों से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसके बाद इलाके में तनाव बढ़ गया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन इस मामले में सबसे बड़ी चुनौती इन संदिग्धों के फर्जी पहचान पत्रों को लेकर सामने आई है।
घटना का विवरण
शुक्रवार शाम को एक पत्रकार टीम सीमापुरी की बंगाली बस्ती में एक रिपोर्टिंग के लिए गई थी। स्थानीय लोगों के अनुसार, जैसे ही पत्रकारों ने कुछ सवाल पूछने शुरू किए, एक भीड़ ने उन पर हमला बोल दिया। हमलावरों ने लाठी-डंडों और पत्थरों का इस्तेमाल किया, जिससे पत्रकारों को गंभीर चोटें आईं। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि हमलावरों में अधिकतर बांग्लादेशी मूल के लोग थे, जो अवैध रूप से भारत में रह रहे हैं।
बांग्लादेशी घुसपैठियों का शक
इस घटना को लेकर इलाके में चर्चा है कि बस्ती में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी घुसपैठिए रहते हैं, जो फर्जी पहचान पत्रों के जरिए अपनी मौजूदगी छुपाए हुए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन लोगों की बढ़ती संख्या से कानून-व्यवस्था पर असर पड़ रहा है, और ऐसी घटनाएँ बढ़ रही हैं। कुछ संगठनों ने इसे जिहादी गतिविधियों से जोड़ते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस की चुनौती
पुलिस के लिए इस मामले में सबसे बड़ी बाधा इन संदिग्धों के फर्जी दस्तावेज हैं। सूत्रों के अनुसार, पिछली सरकारों के दौरान कई बांग्लादेशी नागरिकों को फर्जी आधार कार्ड, वोटर आईडी, और अन्य पहचान पत्र जारी किए गए, जो अब जांच में बड़ी रुकावट बन रहे हैं। पुलिस ने इस हमले के संबंध में कुछ लोगों को हिरासत में लिया है और दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है, लेकिन सत्यापन प्रक्रिया में समय लग रहा है।
तनाव और कार्रवाई
घटना के बाद सीमापुरी में तनाव फैल गया है। पुलिस ने इलाके में भारी बल तैनात किया है और जांच तेज कर दी है। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन फर्जी दस्तावेजों की समस्या को हल करना एक बड़ी चुनौती है। स्थानीय लोग सुरक्षा बढ़ाने और घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
सीमापुरी में पत्रकारों पर हमला और बांग्लादेशी घुसपैठियों का शक इस घटना को गंभीर बना रहा है। पुलिस के सामने फर्जी पहचान पत्रों की चुनौती जांच को जटिल कर रही है। यह मामला दिल्ली में कानून-व्यवस्था और अवैध प्रवास को लेकर सवाल उठाता है, और आने वाले दिनों में स्थिति पर नजर बनी रहेगी।