Expressway News: यूपी और हरियाणा के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। बहुप्रतीक्षित गोरखपुर–शामली–पानीपत एक्सप्रेसवे को लेकर अहम अपडेट मिली है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस मेगा एक्सप्रेसवे का रूट अब बिजनौर जिले से होकर तय किया जा रहा है। NHAI ने DPR (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार करने की प्रक्रिया तेज़ कर दी है और इससे जुड़े तकनीकी सर्वेक्षण लगातार जारी हैं।
131 गांवों को छूते हुए गुज़रेगा रूट
सूत्रों के मुताबिक, प्रस्तावित एक्सप्रेसवे बिजनौर जिले में बालावाली क्षेत्र से एंट्री करेगा और फिर स्योहारा क्षेत्र से आगे बढ़ेगा। यह करीब 131 गांवोंको प्रभावित करेगा, जिसके चलते प्रशासन ने इन गांवों के लैंड रेवेन्यू मैप मंगवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मार्ग में कई स्थानों पर पुल, ओवरब्रिज और फ्लाईओवर तैयार किए जाएंगे ताकि भविष्य में यातायात दबाव को आसानी से संभाला जा सके।
दो से अधिक वैकल्पिक रूटों पर विचार
अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल दो से अधिक वैकल्पिक एलाइमेंट पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। अंतिम रूट का चयन ट्रैफिक घनत्व, जनसंख्या की स्थिति और आसपास होने वाले औद्योगिक विकास की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। सर्वेक्षण टीम यह सुनिश्चित कर रही है कि आने वाले वर्षों में इस एक्सप्रेसवे से अधिकतम लाभ क्षेत्र को मिले।
पुराना प्रस्ताव—चांदपुर को इंडस्ट्रियल हब बनाने की योजना
कुछ साल पहले चांदपुर बायपास से होकर एक्सप्रेसवे निकालने का प्रस्ताव भी सामने आया था। उस समय के जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल ने सुझाव दिया था कि चांदपुर को इंडस्ट्रियल हब के रूप में विकसित किया जाए, ताकि एक्सप्रेसवे से उद्योगों को सीधा लाभ मिल सके। हालांकि मौजूदा अपडेट के अनुसार अब बालावाली से स्योहारा–जसपुर मार्ग तक नया रूट तैयार किया जा रहा है।
बिजनौर को मिलेगी तेज़ रफ्तार कनेक्टिविटी
एक्सप्रेसवे बनने के बाद बिजनौर जिले की कनेक्टिविटी पूरी तरह बदल जाएगी। जिले से गोरखपुर, शामली और पानीपत जैसे बड़े शहरों तक सफर पहले से ज्यादा आसान और तेज़ हो जाएगा। इससे किसानों को अपने कृषि उत्पादों के लिए नए बाज़ार मिलेंगे और छोटे व्यापारियों को बड़े उद्योगिक शहरों तक सीधी पहुंच का लाभ मिलेगा। हालांकि, 131 गांवों से गुजरने के कारण भूमि अधिग्रहण और पुनर्वास जैसे मुद्दे भी चुनौतीपूर्ण होंगे।
DPR के बाद शुरू होगा भूमि अधिग्रहण
NHAI अधिकारियों के अनुसार, एलाइमेंट सर्वेक्षण पूरी सावधानी के साथ किया जा रहा है। जल्द ही DPR सरकार को भेज दी जाएगी, जिसके बाद भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस दौरान ग्रामीणों और किसानों की राय भी ली जाएगी, ताकि विकास कार्यों के साथ-साथ लोगों के हित सुरक्षित रह सकें।
बिजनौर के विकास की तस्वीर बदल देगा यह प्रोजेक्ट
विशेषज्ञों का मानना है कि गोरखपुर–शामली–पानीपत एक्सप्रेसवे बिजनौर जिले के विकास का नया अध्याय साबित हो सकता है। यह न केवल तेज़ रफ्तार सड़क सुविधा देगा, बल्कि आने वाले समय में उद्योग, व्यापार और रोजगार के नए अवसर खोलेगा। माना जा रहा है कि इस परियोजना के बाद बिजनौर केवल एक रास्ता भर नहीं रहेगा, बल्कि औद्योगिक नक्शे पर एक प्रमुख केंद्र बन सकता है।
