हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के जापान दौरे ने प्रदेश के औद्योगिक विकास को नई दिशा देते हुए एक बड़ी सफलता हासिल की है। ‘विकसित भारत-विकसित हरियाणा’ के विजन के तहत इस दौरे के दौरान जापान की सात प्रमुख कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जो राज्य में लगभग 1400 करोड़ रुपये का निवेश लाएंगे और 15,000 से अधिक युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करेंगे।
समझौतों का विवरण
इस ऐतिहासिक दौरे के दौरान हुए प्रमुख समझौतों और उनके अपेक्षित प्रभावों को निम्नलिखित तालिका में दर्शाया गया है:
| कंपनी का नाम | निवेश राशि (करोड़ रुपये में) | रोजगार के अवसर | मुख्य क्षेत्र |
|---|---|---|---|
| सेइरेन | 220 | 1700+ | वस्त्र समाधान, उन्नत सामग्री |
| अन्य 6 जापानी कंपनियाँ | 1180 | 13,300+ | ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रॉनिक्स, औद्योगिक उपकरण |
| कुल | 1400 | 15,000+ | बहु-क्षेत्रीय |
दौरे की मुख्य उपलब्धियाँ
मुख्यमंत्री सैनी ने अपने दौरे के पहले ही दिन AISIN, एयर वाटर, TASI, नंबू, डेंसो, सोजित्ज, निसिन, कावाकिन, टोप्पन और सेइरेन जैसी प्रमुख जापानी कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ व्यापक बैठकें कीं। इन बैठकों के दौरान उन्होंने हरियाणा और जापान के बीच द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने पर बल दिया और छोटे及मध्यम उद्योगों के बीच साझेदारी बढ़ाने का सुझाव रखा।
अपेक्षित आर्थिक प्रभाव
इन समझौतों से हरियाणा के औद्योगिक परिदृश्य को significant boost मिलने की उम्मीद है, खासकर ऑटोमोटिव, ऑटो पार्ट्स, इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण, औद्योगिक उपकरण और मेटल वर्किंग जैसे क्षेत्रों में। मुख्यमंत्री सैनी ने जापानी उद्योगपतियों और निवेशकों को आश्वासन दिया कि हरियाणा सरकार उन्हें हर आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराएगी। साथ ही, उन्होंने जापानी मंत्रियों और उद्योग जगत के नेताओं को ‘हैपनिंग हरियाणा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2026’ में शामिल होने का आमंत्रण भी दिया।
