Haryana: गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुवार को चंडीगढ़ में ग्रामीण विकास के सकारात्मक दृष्टिकोण पर लंबी चर्चा की। इस दौरान राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को राजभवन मॉडल ऑफ़ रूरल डेवलपमेंट (ग्रामीण विकास) के बारे में विस्तार से बताया। आचार्य देवव्रत हर सप्ताह गुजरात के कम से कम एक गांव का दौरा करते हैं और वहां के निवासियों के बीच रहकर उनकी समस्याओं को समझते हैं। उनका मानना है कि भले ही वे गुजरात के राज्यपाल के संवैधानिक पद पर हैं, लेकिन पहले और पहले एक इंसान के रूप में समाज में योगदान देना ज़रूरी है।
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राजभवन मॉडल ने हजारों लोगों की दिनचर्या को बदल दिया है। आचार्य देवव्रत ने मुख्यमंत्री सैनी को सुझाव दिया कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी गांवों में रात बिताते हैं, तो राजनेताओं को भी गांव जाकर लोगों के बीच बैठना चाहिए, उनकी समस्याएँ सुननी चाहिए और अपने अनुभव साझा करने चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीणों को सरकारी कल्याण योजनाओं के बारे में जागरूक करने पर जोर दिया ताकि लोग जान सकें कि कौन-सी योजना उनके लिए लाभकारी हो सकती है।
प्राकृतिक खेती और कृषि सुधार
आचार्य देवव्रत मूल रूप से पवनती, समालखा, पानीपत के निवासी हैं। वे गुरुकुल कुरुक्षेत्र के संरक्षक भी हैं और 250 एकड़ भूमि पर प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस पहल की सराहना की। उन्होंने अगस्त 5 से यह अभियान शुरू किया और लगभग तीन और आधे महीने में दर्जनों गांवों का दौरा कर चुके हैं। राज्यपाल गांवों में रहकर वहां के किसानों को रासायनिक खादों के बजाय जैविक खाद उपयोग करने, गाय पालन और नस्ल सुधार के लिए प्रेरित करते हैं।
गांवों में स्वच्छता और सामुदायिक सहभागिता
राज्यपाल अपने खाने के लिए किसी भी गांव के परिवार में भोजन करते हैं और ग्रामीण सभा में शाम को लोगों से संवाद करते हैं। वे बच्चों की पढ़ाई, रोजगार और भूमि की स्थिति के बारे में जानकारी एकत्र करते हैं। आचार्य देवव्रत ग्रामीणों को कम से कम एक घंटा अपने गांव की सफाई में बिताने और प्राकृतिक उर्वरक बनाने की शिक्षा देते हैं। हरियाणा सरकार ने लगभग दो लाख एकड़ भूमि पर प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने किसानों को देशी गाय खरीदने के लिए 30,000 रुपये की सब्सिडी देने की पहल की भी सराहना की। इस तरह की पहल गुजरात में बदलाव की मिसाल बन रही है।
