इथियोपिया में हजारों साल बाद फटे हायली गुब्बी ज्वालामुखी से उठा राख का विशाल गुबार सोमवार रात करीब 11 बजे दिल्ली पहुंच गया। इसकी वजह से राजधानी और आसपास के इलाकों के आसमान में हल्की धुंध और परत जैसी स्थिति देखी गई। हालांकि, मौसम विभाग ने आश्वासन दिया है कि यह राख इतनी ऊंचाई पर है कि इसका दिल्ली की वायु गुणवत्ता (AQI) पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा।
राख का बादल कहाँ-कहाँ पहुंचा?
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, पिछले 24 घंटे में राख का यह बादल अफ्रीका से लाल सागर और मध्य पूर्व के ऊपर से गुजरता हुआ उत्तर पश्चिम भारत में दाखिल हुआ। यह बादल गुजरात, राजस्थान, दिल्ली-NCR, हरियाणा और पंजाब के ऊपर से गुजर सकता है। IMD इस राख के बादल पर लगातार नजर बनाए हुए है।
Update:03 (Delhi&NCR)
Sulphur dioxide rich + Moderately mixed Ash Volcanic Ash plume is reaching #Jaipur and nearby areas of NW & NC #Rajasthan whereas outer thin layer is already reaching #Haryana. The dense concentrated parts of this Ash cloud will move over #Delhi after 1 hr… https://t.co/QHWDxHWstv pic.twitter.com/g36BunjWMP— IndiaMetSky Weather (@indiametsky) November 24, 2025
विमानन सेवाओं पर पड़ा सीधा असर, कई उड़ानें रद्द
हालांकि आम लोगों के लिए यह राख सीधे तौर पर हानिकारक नहीं है, लेकिन विमानन क्षेत्र पर इसका सीधा और तत्काल असर पड़ा है। राख की दिशा बदलने के साथ ही सोमवार को दोपहर बाद से एयरलाइंस ने उड़ानें रद्द करनी शुरू कर दी हैं।
वैज्ञानिकों ने क्या कहा?
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक एम मोहापात्रा ने कहा कि राख का बादल बहुत ऊंचाई (लगभग 15,000 से 45,000 फीट) पर है, इसलिए इसके जमीनी स्तर की वायु गुणवत्ता पर असर पड़ने की संभावना कम है। उन्होंने बताया कि इस बादल में सल्फर डाइऑक्साइड और चट्टानों के सूक्ष्म कण मौजूद हैं।
इंडिया मेट स्काय के मौसम विश्लेषक अश्वार्य तिवारी के अनुसार, यह राख का बादल उत्तर भारत की ओर 100-120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा था। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि मंगलवार की सुबह सूर्योदय के समय आसमान का रंग थोड़ा अलग और रंग-बिरंगा दिख सकता है।
La actividad del #Popocatépetl durante esta tarde desde la cámara de San Pedro Benito Juárez, Puebla, una de las localidades más cercanas al cráter.
Agradecimiento a @Diegoxx_YT por compartir del video😎 pic.twitter.com/cMzq1WbaqN
— SkyAlert (@SkyAlertMx) November 24, 2025
इस बीच, मैक्सिको में भी पोपोकाटेपेटल ज्वालामुखी की सक्रियता दर्ज की गई है, जो दुनिया भर में ज्वालामुखी गतिविधि में बढ़ोतरी का संकेत देता है।


