गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड को गुरुग्राम-सोहना रोड से जोड़ने वाली नई सड़क के निर्माण का लंबित मामला अब हल होता दिख रहा है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के हालिया फैसले के बाद हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) और भूमि अधिग्रहण विभाग को 6 गांवों की 276 एकड़ जमीन के अधिग्रहण की हरी झंडी मिल गई है। यह मामला करीब 10 साल से अदालत में लंबित था।
हाईकोर्ट ने सुनाया HSVP के पक्ष में फैसला
सोहना क्षेत्र के गांव बहरामपुर, उल्लावास, कादरपुर, मैदावास, घूमसपुर और बादशाहपुर की जमीन के लिए 2023 में अधिग्रहण नोटिस जारी किए गए थे, जिनके खिलाफ जमींदारों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हाल ही में हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि अधिग्रहण प्रक्रिया पुरानी नीति के तहत हो सकती है, लेकिन मुआवजा राशि 2013 की नीति के अनुसार दी जाएगी। इस फैसले के बाद अब अधिग्रहण प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
अब शुरू होगी मुआवजा वितरण प्रक्रिया
अधिग्रहण अधिनियम की धारा 6 के तहत जमींदारों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं। अगला कदम धारा 9 के तहत अवार्ड घोषित करना और फिर मुआवजे का वितरण करना होगा। मुआवजा वितरण पूरा होने के बाद ही 150 मीटर चौड़ी इस नई सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो पाएगा। यह सड़क गुरुग्राम-सोहना और गुरुग्राम-फरीदाबाद कॉरिडोर के बीच एक सीधा और कुशल कनेक्शन प्रदान करेगी, जिससे यातायात प्रवाह में सुधार होगा।
ग्रेटर एसपीआर परियोजना के लिए भी तेज हुई प्रक्रिया
इसके साथ ही, सोहना रोड से दिल्ली-जयपुर हाईवे (एनएच-48) को जोड़ने वाली ग्रेटर एसपीआर परियोजना के लिए भी जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी आई है। इस परियोजना के लिए अकलीमपुर, टीकली, सकतपुर, शिकोहपुर, नौरंगपुर, बाढ़ गुर्जर, मानेसर और नैनवाल गांवों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी।
16 दिसंबर को होगी महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक
इन दोनों महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा के लिए 16 दिसंबर को HSVP के प्रधान सलाहकार डी.एस. ढेसी की अध्यक्षता में एक उच्च-स्तरीय बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में भूमि अधिग्रहण की स्थिति के अलावा, वाटिका चौक से द्वारका एक्सप्रेसवे तक प्रस्तावित एलिवेटेड रोड और वाटिका चौक पर क्लोवरलीफ निर्माण की योजना पर भी चर्चा होगी।
हाईकोर्ट के फैसले ने गुरुग्राम के दो प्रमुख सड़क बुनियादी ढांचा प्रोजेक्ट्स को लंबे समय से अटके पड़े रास्ते से निकाला है। अब मुआवजा वितरण और निर्माण कार्य शुरू होने पर गुरुग्राम और आसपास के इलाकों की यातायात समस्या में काफी सुधार की उम्मीद है। यह कदम एनसीआर क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ाने और आर्थिक गतिविधियों को गति देने की दिशा में एक सकारात्मक विकास है।


