
India-Russia Ties, (द भारत ख़बर), नई दिल्ली/मॉस्को: रूसी राष्ट्रपति (Russian President) व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) गुरुवार को भारत दौरे पर आएंगे और इससे पहले भारत-रूस के बीच एक प्रमुख सैन्य समझौता (military agreement) हुआ है। रूस की संसद के निचले सदन स्टेट ड्यूमा (State Duma) ने मंगलवार को पूरे सेशन में इस समझौते को मंजूरी दी है। इसके तहत दोनों देशों की सेनाओं की ड्रिल, बचाव व मानवीय कोशिशें सुगम होंगी। इसके अलावा रूस व भारत एक दूसरे की जमीन पर कानूनी तौर पर सेना और सामग्री तैनात कर सकेंगे।
समझौते से और ज्यादा चिढ़ हो सकते हैं डोनाल्ड ट्रंप
नई दिल्ली व मॉस्को के बीच बनी सहमति से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और ज्यादा नाराज हो सकते हैं। गौरतलब है कि वह पहले ही भारत के रूस से तेल की खरीद को लेकर नाराज हैं। इसी के विरोध में ट्रंप ने भारत पर 25 फीसदी का अतिरिक्त टैरिफ लगाया है। व्लादिमीर पुतिन इसी दो दिन के दौरे पर गुरुवार को दिल्ली पहुंचेंगे। यह 2021 के बाद उनका पहला भारत दौरा होगा। भारत सरकार ने पुतिन के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुतिन भारत में फोर्ट्रेस सिक्योरिटी पर रहेंगे। यह वह सुरक्षा है जिसमें लक्ष्य को हर बाहरी खतरे से लगभग पूरी तरह अजेय बनाया जाता है।
मोदी-पुतिन के बीच कई मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद
पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच कई आपसी मुद्दों पर विचार विमर्श की उम्मीद है। दोनों देशों के बीच एजेंडे में रक्षा सहयोग सबसे ऊपर हो सकता है। बता दें कि भारत व रूस 1960 के दशक की शुरुआत से ही रक्षा के क्षेत्र में साझेदारी कर रहे हैं। भारत ने रूस सहित अन्य मित्र देशों की रक्षा कंपनियों को घरेलू हथियार बनाने वाली फर्मों के साथ काम करने के लिए बढ़ावा दिया है, ताकि प्रधानमंत्री मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ पहल को बढ़ावा मिल सके।
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