महेंद्रगढ़: हरियाणा कांग्रेस में नए प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति के बाद गुटबाजी और बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने नए प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह को उन्हीं के गृह जिले महेंद्रगढ़ में इशारों-इशारों में चुनौती दे डाली है।
बुधवार को अपने बेटे और पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह की ‘सद्भाव यात्रा’ की तैयारियों के सिलसिले में आयोजित एक कार्यकर्ता बैठक में बीरेंद्र सिंह ने कहा, “जो कांग्रेसी इस यात्रा से दूर हैं, उन्हें 6-7 महीने में पता चल जाएगा कि हमारे अंदर दम है या नहीं।”
क्यों दिया यह बयान?
यह बयान नए प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह के उस रुख के जवाब में देखा जा रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे हाईकमान के आदेश पर ही ‘सद्भाव यात्रा’ में शामिल होंगे। गौरतलब है कि पूर्व आईएएस अधिकारी बृजेंद्र सिंह ने 5 अक्टूबर को जींद के उचाना से यह यात्रा शुरू की थी, जो सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में जाएगी।
राव नरेंद्र की दूरी: अध्यक्ष बनने के बाद से राव नरेंद्र सिंह इस यात्रा से दूरी बनाए हुए हैं। उनका कहना है कि यह कार्यक्रम उनके अध्यक्ष बनने से पहले का है।
बीरेंद्र का पलटवार: बीरेंद्र सिंह ने कहा कि बृजेंद्र सिंह ने यह यात्रा राहुल गांधी से बात करके शुरू की है। उन्होंने कहा, “बहुत से साथियों में यह भ्रम है कि इस यात्रा में जाएं या न जाएं। जो नहीं जाना चाहते, वे छह-सात महीने इंतजार कर लें, उन्हें भी पता लग जाएगा और हमें भी।”
संगठन की कमी पर भी उठाए सवाल
बीरेंद्र सिंह ने पार्टी संगठन की कमी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “जब बृजेंद्र ने यात्रा की सोची, उस समय कांग्रेस का संगठन नहीं था। 11 साल में संगठन नहीं बना। अगर संगठन होता, तो आज कांग्रेस के दफ्तर भी होते और उनमें सुविधाएं भी होतीं।”
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अब नए जिला अध्यक्ष सत्यवीर यादव की नियुक्ति के साथ संगठन की गाड़ी चल पड़ी है और धीरे-धीरे सक्रियता बढ़ेगी।
हाईकमान ने बनाई अनुशासन समिति
दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस में इस तरह की बयानबाजी पर लगाम कसने के लिए हाईकमान ने 28 अक्टूबर को ही एक अनुशासन समिति का गठन किया है। इसके बावजूद बीरेंद्र सिंह का यह बयान हरियाणा कांग्रेस में जारी अंदरूनी खींचतान को उजागर करता है। वहीं, बैठक में मौजूद एक पूर्व विधायक ने कांग्रेस प्रभारी को भी संभलकर बयान देने की नसीहत दे डाली, अन्यथा चौथी बार भी भाजपा की सरकार बनने की चेतावनी दी।
