सिरसा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय के बाहर लगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नायब सैनी और अन्य नेताओं के पोस्टरों को कालिख पोतकर अपमानित करने का मामला सामने आया है। पोस्टरों पर ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ जैसे आरोपात्मक नारे भी लिखे गए हैं। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ युवाओं को यही नारे लगाते हुए देखा जा सकता है।
यह घटना उस दिन हुई है जब सिरसा में कांग्रेस की ओर से ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ प्रदर्शन की घोषणा पहले से ही की गई थी, जिसमें पार्टी की सांसद सैलजा कुमार के शामिल होने की उम्मीद है। इस समानता ने राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है।

वीडियो से मची हलचल
माना जा रहा है कि वायरल हो रहा वीडियो बीती रात का है। वीडियो में कुछ युवा भाजपा कार्यालय के बाहर लगे पोस्टरों पर कालिख पोतते और नारेबाजी करते हुए दिखाई दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर चर्चा तेजी से फैल रही है। कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस वीडियो को अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट में शेयर किया है। उन्होंने इसे ‘हरियाणा में वोट चोरी से बनी नाजायज सरकार के चेहरों पर युवा कांग्रेस के शेरों द्वारा कालिख पोतना’ बताया है।
भाजपा कार्यकर्ताओं में गुस्सा
इस घटना से भाजपा के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं में गहरा रोष है। उनका कहना है कि यह राजनीतिक संस्कृति के लिए एक गंभीर और शर्मनाक हमला है। गौरतलब है कि इस भाजपा कार्यालय का उद्घाटन हाल ही में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किया था। भाजपा के एक स्थानीय नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “यह सिर्फ पोस्टरों को नुकसान नहीं है, बल्कि जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों का सीधा अपमान है। हम प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं।”
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप
इस मामले ने राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू कर दिया है:
भाजपा का आरोप: भाजपा के नेताओं का आरोप है कि यह घटना कांग्रेस के ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ प्रदर्शन का ही एक हिस्सा है और इसमें शामिल युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं। वे इसे नैतिकता के स्तर में गिरावट बता रहे हैं।
कांग्रेस का पक्ष: कांग्रेस की ओर से अभी तक इस विशेष घटना पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, प्रियंका गांधी के पोस्ट से साफ है कि पार्टी इस कार्रवाई का समर्थन करती है। कांग्रेस लगातार हरियाणा सरकार पर सरकारी नौकरियों में भर्ती प्रक्रिया में वोट चोरी का आरोप लगाती रही है।



