Flood LIVE updates : पहरियाणा से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण दिल्ली में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. इस स्थिति को देखते हुए अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं. वहीं, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आश्वासन दिया है कि सरकार हालात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. पहाड़ों पर हो रही लगातार बरसात के चलते कई नदियां उफान पर हैं. हथिनी कुंड बैराज में भी पानी का स्तर बढ़ता जा रहा है.
सोमवार आधी रात रात 2:00 बजे 1 लाख, 5 हजार क्यूसेक पानी हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया है. हथनी कुंड बैराज के सभी गेट खोल दिए गए हैं. ये सारा पानी यमुना में भेजा गया है. यानी अगले कुछ घंटों दिल्ली के लिए खतरे वाले हो सकते हैं. दिल्ली में यमुना का जलस्तर पहले से ही खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. ऐसे में और पानी छोड़ने से दिल्ली में यमुना उफानी रूप ले सकती है. सोमवाार सुबह 4:00 बजे- 1 लाख 65 हजार, सुबह 6 बजे- 1 लाख 95 हजार और फिर सोमवार सुबह 7:00 बजे 2 लाख 72 क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया हैं. ये पानी अगले कुछ घंटों तक दिल्ली पहुंच जाएगा.
यमुनानगर, करनाल, सोनीपत, बागवत, नोएडा, फऱीदाबाद, मथुरा के ज्यादातर इलाकों को अलर्ट कर दिया गया है. लोगों को सलाह दी गई है कि फिलहाल में यमुना के किनारे जाने से बचें. वहीं दिल्ली सरकार को भी इसके बारे में सूचना दे दी गई है. निचले इलाकों को खाली करवा लिया जाए. क्योंकि यह पानी दिल्ली के लिए खतरे की बात है. दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है. शहर के लिए चेतावनी का निशान 204.50 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है.
यमुना नदी का जलस्तर पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बढ़ रहा है. यमुना के जलस्तर को बढ़ता देख मयूर विहार में बाढ़ राहत शिविर स्थापित किए गए हैं. ये तंबू नदी के पास रहने वाले लोगों के लिए लगाए गए हैं. इसके अलावा नोएडा से सटे फॉर्म हाउस वाले इलाकों पर भी बाढ़ का संकट गहरा गया है और इन सभी संपत्तियों को खाली करा लिया गया है…यहां भी पानी घुसने लगा है….फरीदाबाद में पहले ही किसानों के खेत डूब चुके हैं…ज्यादातर यमुना के तटीय इलाके बाढ़ की चपेट में हैं।