Delhi NCR Earthquake News: रविवार देर रात को दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तरी भारत के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदूकुश क्षेत्र में था, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.0 मापी गई। भूकंप रात 11:47 बजे (स्थानीय समय) आया और इसका केंद्र जलालाबाद के पास, 10 किलोमीटर की गहराई पर था।
दिल्ली-एनसीआर में दहशत
दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों जैसे नोएडा, गाजियाबाद, और गुरुग्राम में रात के समय भूकंप के झटके महसूस होने से लोगों में दहशत फैल गई। कई लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। एक स्थानीय निवासी ने बताया, “मैं सो रहा था जब अचानक बिस्तर हिलने लगा। कुछ सेकंड तक तेज झटके महसूस हुए, जिसके बाद हम तुरंत बाहर भागे।” सोशल मीडिया पर भी लोगों ने अपने अनुभव साझा किए, जिसमें कुछ ने झटकों को “काफी तेज” बताया। हालांकि, दिल्ली-एनसीआर में अभी तक किसी बड़े नुकसान या हताहत की खबर नहीं है।
अफगानिस्तान में भारी नुकसान की आशंका
भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में होने के कारण वहां स्थिति गंभीर बताई जा रही है। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) के अनुसार, भूकंप की तीव्रता और इसकी उथली गहराई (10 किमी) के कारण बड़े पैमाने पर नुकसान की आशंका है। स्थानीय मीडिया के हवाले से बताया गया है कि जलालाबाद और आसपास के इलाकों में कई इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं, और राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं। हताहतों की सटीक संख्या अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट्स में कई लोगों के मारे जाने की आशंका जताई गई है।
पाकिस्तान और अन्य क्षेत्रों में भी झटके
भूकंप के झटके पड़ोसी देश पाकिस्तान के इस्लामाबाद, लाहौर, पेशावर, और खैबर पख्तूनख्वा के कई हिस्सों में भी महसूस किए गए। पाकिस्तान के नेशनल सिस्मिक मॉनिटरिंग सेंटर ने पुष्टि की कि भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान-तजाकिस्तान सीमा के पास था। वहां भी लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए, लेकिन अभी तक किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
विशेषज्ञों की चेतावनी
भूकंप विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि दिल्ली, जो सिस्मिक जोन IV में आता है, भूकंपीय गतिविधियों के लिए संवेदनशील है। हिंदूकुश क्षेत्र, जहां भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेट्स मिलती हैं, बार-बार भूकंपों का केंद्र रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में 60% से अधिक इमारतें पुरानी हैं और कई निर्माण कार्य भवन नियमों का पालन नहीं करते, जिससे भविष्य में बड़े नुकसान का खतरा बना रहता है।
सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के निवासियों से शांत रहने और सुरक्षा सावधानियों का पालन करने की अपील की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में झटके महसूस किए गए। सभी से शांत रहने और सतर्क रहने की अपील करता हूं।” दिल्ली पुलिस ने भी आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 112 जारी किया है।
भूकंप से बचाव के उपाय
नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) ने भूकंप से बचाव के लिए कुछ सुझाव जारी किए हैं:
ड्रॉप, कवर, होल्ड ऑन: भूकंप के दौरान किसी मजबूत टेबल के नीचे छिपें और सिर को बचाएं।
खुली जगह में जाएं: अगर संभव हो तो इमारतों से दूर खुली जगह पर पहुंचें।
आफ्टरशॉक से सावधान: भूकंप के बाद दोबारा झटके आ सकते हैं, इसलिए सतर्क रहें।