नई दिल्ली :NOTA यानी नन ऑफ द एबव। चुनाव में कोई वोटर किसी प्रत्याशी को वोट देने लायक नहीं समझता, तो NOTA की बटन दबा देता है। लोकसभा और विधानसभा चुनावों में पिछले 5 साल में लगभग 1.29 करोड़ लोगों ने इसका इस्तेमाल किया है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और नेशनल इलेक्शन वॉच ने ये डेटा 2018 से 2022 के दौरान हुए चुनावों के आधार पर दिया है। लोकसभा चुनाव में नोटा को सबसे ज्यादा 51,660 वोट बिहार के गोपालगंज में मिले। सबसे कम 100 वोट का रिकॉर्ड लक्षद्वीप में बना।