भीलवाड़ा : राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर क्षेत्र में एक सनसनीखेज घटना ने इलाके में तनाव पैदा कर दिया है। 25 साल के युवक सीताराम की कथित तौर पर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, जिसके बाद स्थिति गंभीर हो गई है। घटना की शुरुआत तब हुई जब सीताराम की कार एक सब्जी की रेहड़ी से हल्की टक्कर ले गई, और इसी छोटे विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। स्थानीय लोगों के अनुसार, रेहड़ी संभाल रहे शरीफ मोहम्मद ने भीड़ इकट्ठा की, जिसने सीताराम पर हमला बोल दिया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
घटना का विवरण
पुलिस के अनुसार, सीताराम टोंक से अपने तीन दोस्तों के साथ जहाजपुर में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने आया था। शुक्रवार शाम को उनकी कार एक आलू-प्याज की रेहड़ी से टकरा गई, जो शरीफ मोहम्मद चला रहा था। टक्कर हल्की थी, और सीताराम ने माफी मांगते हुए नुकसान की भरपाई की पेशकश की, लेकिन भीड़ ने इसे नजरअंदाज कर दिया। गुस्साई भीड़ ने सीताराम को घेरकर लाठी-डंडों से पीटा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। अन्य तीन दोस्तों को पुलिस ने थाने ले लिया, जहां उन्हें कुछ समय बाद छोड़ दिया गया।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी बल तैनात किया गया। पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव स्वयं घटनास्थल पर मौजूद हैं, और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश आर्य सहित कई वरिष्ठ अधिकारी जांच में जुटे हैं। एक आरोपी, शरीफ मोहम्मद, को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य संदिग्धों की पहचान और पूछताछ जारी है। अब तक 16 नामजद और 20 अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है, और परिजन अभी तक इसे स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं।
तनाव और प्रदर्शन
सीताराम की हत्या के बाद इलाके में तनाव फैल गया है। गुस्साए लोगों ने जहाजपुर अस्पताल के बाहर हंगामा किया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। हिंदू संगठनों, जिसमें विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल शामिल हैं, ने भी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। विधायक गोपीचंद मीणा ने भी घटना की निंदा की और पुलिस से त्वरित कार्रवाई की अपील की। तनाव को देखते हुए बाजार बंद हैं, और 10 थानों की पुलिस बल तैनात किया गया है।
जनता की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों में डर और आक्रोश है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, “यह एक छोटी सी टक्कर थी, लेकिन भीड़ ने इसे सांप्रदायिक रंग दे दिया।” सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर बहस छिड़ गई है, जहां कुछ इसे जिहादी हिंसा करार दे रहे हैं, जबकि अन्य शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं।
निष्कर्ष
भीलवाड़ा में सीताराम की हत्या ने इलाके में तनाव को बढ़ा दिया है, और पुलिस हर संभव कोशिश कर रही है कि स्थिति नियंत्रण में रहे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और आगे की जांच से मौत के सटीक कारण और दोषियों की भूमिका स्पष्ट होगी। यह घटना राजस्थान में कानून-व्यवस्था और सामाजिक सौहार्द को लेकर सवाल उठा सकती है, और आने वाले दिनों में स्थिति पर नजर बनी रहेगी।