सोनीपत जिला प्रशासन ने सड़क सुरक्षा, कानून व्यवस्था और यातायात अनुशासन को मजबूत करने के लिए एक बड़ा और सख्त कदम उठाया है। जिला उपायुक्त (डीसी) सुशील सारवान की अध्यक्षता में हुई एक उच्च-स्तरीय बैठक में कई अहम फैसले लिए गए, जिनमें काले शीशे वाले वाहनों, फर्जी टेम्परेरी नंबर प्लेट और पर्सनल वाहनों के अवैध टैक्सी के रूप में इस्तेमालपर शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई गई है।
किन मुद्दों पर होगी सख्त कार्रवाई?
डीसी सारवान ने पुलिस और आरटीओ विभाग को निम्नलिखित मामलों में तत्काल विशेष अभियान चलाने के स्पष्ट निर्देश दिए:
काले शीशे और फर्जी नंबर प्लेट: काले शीशे लगे वाहनों, एक्सपायर्ड या फर्जी टेम्परेरी नंबर प्लेट से चल रहे वाहनों पर सख्त कार्रवाई का आदेश दिया गया। डीसी ने कहा कि ऐसे वाहन सड़क दुर्घटनाओं और आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देते हैं। नियम तोड़ने वालों के खिलाफ भारी जुर्माना और वाहन जब्ती तक की कार्रवाई की जाएगी।
अवैध टैक्सी सेवा: पर्सनल व्हीकल (सफेद नंबर प्लेट) के द्वारा बिना अनुमति के टैक्सी का negocio चलाने वालों पर कार्रवाई तेज की जाएगी। स्पष्ट किया गया कि टैक्सी सेवा के लिए आरटीओ की अनुमति और पीली नंबर प्लेट अनिवार्य है।
हाईवे पर अवैध पार्किंग: राष्ट्रीय राजमार्गों पर गैर-कानूनी तरीके से वाहन खड़ा करने पर सख्ती बरती जाएगी, क्योंकि यह बड़े हादसों का कारण बनते हैं।
कोहरे के मौसम को देखते हुए क्या तैयारी?
सर्दियों में बढ़ते कोहरे और दुर्घटनाओं की आशंका को देखते हुए, डीसी ने सड़कों पर सफेद पट्टियों के चिह्नांकन (रोड मार्किंग) को मजबूत और स्पष्ट करने के निर्देश दिए। इससे कोहरे में भी ड्राइवरों को सड़क की दिशा और लेन का सही पता चल सकेगा।
युवाओं की सुरक्षा और स्कूली बच्चों का रखा जाएगा ध्यान
विश्वविद्यालय क्षेत्र: युवाओं को नशे से दूर रखने और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विश्वविद्यालय परिसर के आसपास के होटलों और दुकानों की नियमित जांच का आदेश दिया गया।
स्कूल वाहन सुरक्षा: बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ‘सुरक्षित स्कूल वाहन नीति’ के तहत स्कूल बसों और वैन की लगातार जांच की जाएगी। नियमों का उल्लंघन करने वाले स्कूलों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
डीसी सारवान ने जोर देकर कहा कि सड़क सुरक्षा जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और सभी विभाग मिलकर दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए काम करेंगे। यह व्यापक अभियान नागरिकों के लिए सुरक्षित और अनुशासित यातायात Environment सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।



