नई दिल्ली: कांग्रेस शुक्रवार को अपने प्रदर्शन से कार्यकर्ताओं में नया उत्साह जगाने की कवायद कर रही है। गांधी परिवार को विचारधारा से जोड़कर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का मोदी सरकार पर तीखा हमला करना। पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी का महंगाई, बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन में लड़ाकू अंदाज और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी का भी सांसदों के साथ संसद परिसर में नारे लगाना इसी कवायद का हिस्सा है। काले कपड़े और काले पट्टे के साथ पूरा गांधी परिवार शुक्रवार को सड़क पर था तो पार्टी नेताओं के साथ कार्यकर्ता भी उत्साहित और जुझारू तेवर में नजर आ रहे थे। सोनिया गांधी और राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के बाद एकजुट हुई पार्टी अब सड़क पर मुद्दों के साथ पार्टी में नई जान फूंकने की कवायद कर रही है।शुक्रवार के प्रदर्शन के लिए कांग्रेस मुख्यालय पर टेंट कनात लगाकर व्यापक तैयारी की गई थी। बाहर पुलिस का पहरा था, इसलिए अंदर ही कार्यकर्ताओं को रोकने का इंतजाम किया गया था। पार्टी ने अपने नेताओं, कार्यकर्ताओं को साफ संदेश दिया कि लंबी लड़ाई लड़नी है। हालांकि, यह कितना स्थायी होगा, यह कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर ही निर्भर करेगा। एक नेता ने कहा कि काफी समय बाद एक माहौल बनाने में पार्टी कामयाब हो रही है। इसे निरंतरता से आगे बढ़ाने की जरूरत है। खासतौर पर पार्टी भारत जोड़ो यात्रा तक इस मुहिम को अगर आगे बढ़ा पाती है तो यात्रा में बड़े पैमाने पर कार्यकर्ताओं को जोड़ने में सफलता मिल सकती है।
गांधी परिवार ने प्रदर्शन से की कांग्रेस में जान फूंकने की कोशिश

प्रमोद रिसालिया
प्रमोद रिसालिया एक अनुभवी राजनीतिक पत्रकार हैं, जो 'भारत खबर' वेब पोर्टल से जुड़े हुए हैं। उन्हें जमीनी राजनीति की बारीक समझ और तेज विश्लेषण के लिए जाना जाता है। प्रमोद लगातार राष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनीति से जुड़े मुद्दों पर रिपोर्टिंग और विश्लेषण करते हैं। उनकी लेखनी में तथ्यों की सटीकता और जन सरोकारों की गहराई साफ झलकती है। राजनीतिक घटनाक्रमों की रिपोर्टिंग के साथ-साथ वे चुनावी विश्लेषण और सत्ता के समीकरणों पर भी पैनी नजर रखते हैं।
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