HTET: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) द्वारा जुलाई माह में आयोजित की गई हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा (HTET) को लेकर बड़ा खुलासा सामने आया है। शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन प्रो. (डॉ.) पवन कुमार ने आधिकारिक रूप से माना है कि परीक्षा प्रक्रिया के दौरान कई गंभीर अनियमितताएं हुई थीं।
मोबाइल फोन के साथ मिले परीक्षार्थी
डॉ. पवन कुमार ने बताया कि कुछ परीक्षा केंद्रों में परीक्षार्थी मोबाइल फोन लेकर अंदर पहुंच गए, जिसका प्रमाण सीसीटीवी फुटेज से मिला है। यह मामला परीक्षा सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
नहीं लगाया गया CCTV LED स्क्रीन — सुपरवाइजर जिम्मेदार
चेयरमैन ने बताया कि कुछ केंद्रों में सेंटर सुपरवाइजर के कमरे में CCTV की लाइव स्क्रीनिंग के लिए LED स्क्रीन नहीं लगाई गई थी, जबकि यह नियमों के मुताबिक अनिवार्य था। ऐसे में परीक्षा निगरानी व्यवस्था प्रभावित हुई।
एजेंसी पर जुर्माना, ब्लैकलिस्ट की प्रक्रिया जारी
इन लापरवाहियों को गंभीरता से लेते हुए बोर्ड ने परीक्षा प्रबंधन की जिम्मेदारी संभालने वाली एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।
एजेंसी पर जुर्माना लगाया गया है
साथ ही इसे ब्लैकलिस्ट करने के लिए लिखित सिफारिश भी भेज दी गई है
रिजल्ट जारी होने में भी हुई देरी
एचटेट परीक्षा 30 और 31 जुलाई 2025 को आयोजित की गई थी, लेकिन करीब साढ़े तीन महीने बाद 10 नवंबर को परिणाम जारी किया गया, जिससे लाखों अभ्यर्थियों को इंतजार करना पड़ा। परीक्षा में हुई अनियमितताओं की वजह से जांच और सत्यापन प्रक्रिया लंबी चलने की बात सामने आ रही है।
क्या कहता है शिक्षा बोर्ड?
बोर्ड अध्यक्ष ने कहा:
“परीक्षा की पारदर्शिता और विश्वसनीयता सर्वोच्च प्राथमिकता है। जहां भी लापरवाही मिली है, उस पर सख्त कार्रवाई की गई है। भविष्य में ऐसी परिस्थितियां दोहराई नहीं जाएंगी।”
अभ्यर्थियों की मांग — दोषियों पर कड़ी कार्रवाई
परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए दोषियों पर केवल जुर्माना ही नहीं, बल्कि कानूनी कार्रवाई भी होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
HTET जैसी संवेदनशील परीक्षा में लापरवाही सामने आने के बाद शिक्षा बोर्ड की कार्रवाई अभ्यर्थियों के लिए राहत भरा कदम माना जा रहा है। अब सभी की निगाहें आगे आने वाले बोर्ड के फैसलों और सुधार उपायों पर टिकी हुई हैं।



