इंदौर/शिलांग: मेघालय के शिलांग में हनीमून पर गए इंदौर के नवदंपति राजा–सोनम रघुवंशी की हत्या और अगवा मामले में नया मोड़ आ गया है। मृतक राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है कि शिलांग में एक गैंग सक्रिय है, जो पुरुष पर्यटकों को मारकर उनकी पत्नियों या महिला साथियों को अगवा (या बेच) देता है
अभिभूत भाई का आरोप
विपिन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शिलांग में राजा की हत्या और सोनम के लापता होने की घटना अकेली नहीं है।
उन्होंने दावा किया,“शिलांग में कोई बड़ा गैंग सक्रिय है, जो पुरुष पर्यटकों को मारकर उनकी पत्नियों या महिला साथियों को बेच देता है।”
इसके अलावा उन्होंने कहा कि एक विदेशी नागरिक की हत्या का भी कच्चा मामला हाल ही में हुआ था, जिसकी बॉडी अभी तक नहीं भेजी गई
पुलिस-प्रशासन पर गंभीर सवाल
विपिन ने शिलांग पुलिस पर आरोप लगाया कि उन्होंने शुरू में एफआईआर दर्ज करने से ही इनकार किया, जिसमें उन्होंने कहा कि आवेदन को “टाइपिंग सेंटर” भेज दिया गया था, और बाद में दबाव डालने पर ही रात 8 बजे दर्ज की गई
उन्होंने कहा कि लोकेल गाइड, होटल स्टाफ, और स्कूटर रेंटल वाले को पुलिस ने अभी तक पूछताछ तक नहीं की
सोनम की अगवा की आशंका
विपिन ने साफ कहा कि सोनम की हत्या नहीं, बल्कि अगवा हुआ है—जिसका मकसद व्यापार (human trafficking) हो सकता है।
उन्होंने सीबीआई जांच की भी मांग की है, ताकि स्थानीय दबाव और संदिग्ध कमियों को उजागर किया जा सके
एहतियात और जांच में ढील?
मेघालय पुलिस ने अभी तक इसे मर्डर केस माना है और राजा की हत्या की dao (माचेटे) और मोबाइल फोन बरामद की है
हालांकि, सोनम अभी भी लापता है और पुलिस–एनडीआरएफ–ड्रोन की सहायता से उसे खोजने में जुटी है
यह मामला अब मर्डर से बढ़कर ट्रैफिकिंग-आधारित षड्यंत्र का शक पैदा कर रहा है। मृतक के भाई द्वारा पुलिस पर लगाए गए आरोप तमाम सवाल खड़ा करते हैं, जैसे:
क्या शिलांग पुलिस ने पूरी सख्ती दिखाई?
स्थानीय गैंग की सक्रियता और सिस्टम की भूमिका कितनी है?
क्या केंद्र सरकार इस मामले में संज्ञान लेगी—और सीबीआई जांच सुनिश्चित की जाएगी?
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, साफ होता जाएगा कि आखिर क्या छिपा है इस राज में।