हेमराज बिरट/डबवाली: हरियाणा और पंजाब के कई जिलों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है। भाखड़ा मुख्य ब्रांच नहर में मरम्मत कार्यों के चलते 5 नवंबर से 26 नवंबर 2025 तक पानी की आपूर्ति पूरी तरह से बंद रहेगी। यह 20 दिवसीय बंदी टोहाना के पास बलियावाला हेड से की जाएगी, जिससे हरियाणा के रतिया, सिरसा और पंजाब के मानसा जिले में पीने और सिंचाई के पानी का संकट गहरा सकता है।
क्यों की जा रही है नहर बंदी?
सिंचाई विभाग के एसडीओ राजेंद्र कुंडू ने बताया कि यह बंदी टोहाना से चांदपुरा तक भाखड़ा मुख्य ब्रांच नहर की मरम्मत और रीलाइनिंग कार्य के लिए आवश्यक है। नहर का ढांचा काफी पुराना और जर्जर हो चुका है, जिससे पानी का रिसाव होता है और टेल तक पूरा पानी नहीं पहुंच पाता। इस मरम्मत कार्य से नहर की क्षमता में सुधार होगा और भविष्य में जल आपूर्ति बेहतर हो सकेगी।
इन क्षेत्रों पर पड़ेगा प्रभाव
हरियाणा: रतिया, टोहाना और सिरसा जिले के दर्जनों गांव।
पंजाब: मानसा जिले के कई इलाके।
लगभग 5000 क्यूसेक क्षमता वाली यह नहर इन क्षेत्रों में कृषि और पेयजल आपूर्ति की जीवन रेखा है। इस बंदी का सीधा असर गेहूं और सरसों की बुवाई के पीक सीजन पर पड़ेगा, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।
प्रशासन ने जारी की हिदायतें
आगामी जल संकट को देखते हुए सिंचाई विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों के जन स्वास्थ्य विभाग और सभी ग्राम पंचायतों को अलर्ट जारी किया है।
जलघरों के टैंक भरें: सभी को निर्देश दिए गए हैं कि वे नहर बंदी से पहले अपने-अपने क्षेत्रों में बने जलघरों के टैंकों को पूरी क्षमता से भर लें ताकि पीने के पानी की कमी न हो।
पानी का विवेकपूर्ण उपयोग: लोगों से भी अपील की गई है कि वे इस अवधि के दौरान पानी का उपयोग सावधानी से और विवेकपूर्ण तरीके से करें।
यह बंदी एक बड़े मरम्मत कार्य का हिस्सा है ताकि भविष्य में नहर प्रणाली को सुचारू रूप से चलाया जा सके। हालांकि, इस 20 दिन की अवधि में लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है।
