हरियाणा के भिवानी जिले के किसानों और निवासियों के लिए एक बड़ी शुभ खबर है। राज्य सरकार के सिंचाई विभाग ने मिताथल से लोहानी तक जुई नहर के पुनर्निर्माण और नवीनीकरण का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इस परियोजना पर लगभग 37 करोड़ रुपये की लागत आएगी और इससे जिले के 200 से अधिक गांवों को सीधा लाभ मिलेगा।
परियोजना का विवरण
जुई नहर भिवानी जिले की कृषि व्यवस्था की रीढ़ मानी जाती है। इस महत्वपूर्ण परियोजना की मुख्य बातें निम्नलिखित तालिका में दर्शाई गई हैं:
वर्तमान स्थिति और आवश्यकता
जुई नहर का मूल निर्माण वर्ष 1972 में किया गया था। पिछले 50 वर्षों से अधिक समय से सेवा दे रही इस नहर की मिताथल से लोहानी तक लगभग 40 किलोमीटर की दूरी अब जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। इस क्षति के कारण नहर में पानी की आवक प्रभावित हुई है – जहाँ इसकी क्षमता 750 क्यूसेक पानी ले जाने की है, वहीं वर्तमान में मुश्किल से 500 क्यूसेक पानी ही बह पाता है।
अपेक्षित लाभ और भविष्य की योजनाएं
इस पुनर्निर्माण परियोजना के पूरा होने के बाद जुई नहर की क्षमता बढ़कर 1200 क्यूसेक तक पहुंचने की उम्मीद है। इससे नहर के अंतिम छोर (टेल) तक भी पर्याप्त पानी पहुंच सकेगा, जिससे सभी लाभार्थी किसानों को समान रूप से सिंचाई सुविधा मिल सकेगी। परियोजना के तहत लोहानी तक नहर का पुनर्निर्माण किया जाएगा, जबकि लोहानी से बहल तक के हिस्से की मरम्मत का कार्य किया जाएगा।
वर्तमान प्रगति
सिंचाई विभाग ने इस परियोजना के लिए टेंडर प्रक्रिया पहले ही पूरी कर ली है और उम्मीद है कि अगले महीने से निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। इस परियोजना के पूरा होने से भिवानी जिले के कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी सुधार आने की संभावना है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और क्षेत्र की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
