दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए भीषण आतंकी हमले, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली पर्यटक मारे गए, के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को हाई अलर्ट पर रखा गया है। दिल्ली पुलिस ने प्रमुख पर्यटक स्थलों, भीड़भाड़ वाले बाजारों, और संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है, जिसके बाद दिल्ली में किसी भी संभावित खतरे को टालने के लिए व्यापक सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं।
हाई अलर्ट का कारण और सुरक्षा उपाय
पहलगाम के बैसारन वैली में हुए आतंकी हमले को 2019 के पुलवामा हमले के बाद कश्मीर घाटी का सबसे घातक हमला माना जा रहा है। इस हमले के बाद दिल्ली पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए शहर में सुरक्षा को और सख्त कर दिया। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि पर्यटक स्थलों, रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों, और बाजारों जैसे हाई-फुटफॉल क्षेत्रों में विशेष निगरानी बढ़ा दी गई है।
प्रमुख स्थानों पर अतिरिक्त बल: इंडिया गेट, कुतुब मीनार, जंतर-मंतर, और चांदनी चौक जैसे पर्यटक और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। कश्मीरी गेट ISBT और सरोजिनी नगर मार्केट जैसे हाई-ट्रैफिक क्षेत्रों में बम निरोधक दस्तों द्वारा तलाशी ली जा रही है।
पाकिस्तान हाई कमीशन के पास निगरानी: हमले के बाद पाकिस्तान हाई कमीशन के बाहर 23 अप्रैल को प्रदर्शन की आशंका के चलते रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) और अर्धसैनिक बल तैनात किए गए। प्रदर्शनकारियों को तुरंत तितर-बितर कर दिया गया, और क्षेत्र में कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
सीमा चौकसियों पर सख्ती: दिल्ली के बॉर्डर चेकपॉइंट्स पर वाहनों की गहन जांच की जा रही है। किराएदारों और मेहमानों का सत्यापन भी तेज कर दिया गया है।
विशेष कमांडो तैनाती: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के SWAT कमांडो को किसी भी आतंकी या बंधक जैसी स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट पर रखा गया है।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “सभी संवेदनशील और हाई-फुटफॉल स्थानों पर पुलिस पिकेट्स लगाए गए हैं। पर्यटकों की भी जरूरत पड़ने पर जांच की जा रही है। हम किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हर संभव सावधानी बरत रहे हैं।”
दिल्ली में हालिया सुरक्षा स्थिति
पहलगाम हमले के बाद दिल्ली सहित मुंबई, जयपुर, और अमृतसर जैसे प्रमुख शहरों में हाई अलर्ट जारी किया गया था। हमले के दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वांस की भारत यात्रा ने भी सुरक्षा चिंताओं को बढ़ाया था, जिसके चलते दिल्ली में पहले से ही सुरक्षा व्यवस्था सख्त थी। इसके अलावा, 10 अप्रैल 2025 को 26/11 मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण के दौरान दिल्ली के पालम टेक्निकल एयरपोर्ट पर भारी सुरक्षा तैनाती की गई थी।
23 अप्रैल को दिल्ली के मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हमले की निंदा करते हुए इसे “कायराना हरकत” बताया और कहा कि इसका जवाब जरूर दिया जाएगा। उसी दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में सेना, CRPF, और जम्मू-कश्मीर पुलिस के अधिकारियों के साथ उच्च-स्तरीय बैठक की, जिसमें त्वरित जवाबी कार्रवाइयों पर चर्चा हुई।
दिल्ली हाट में आग से बढ़ी चिंता
हाल ही में, 30 अप्रैल 2025 को दिल्ली के लोकप्रिय सांस्कृतिक केंद्र दिल्ली हाट में भीषण आग लगने की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। आग से करीब 26 दुकानें जलकर खाक हो गईं। हालांकि, इस घटना को आतंकी हमले से जोड़कर नहीं देखा जा रहा है, लेकिन हाई अलर्ट के बीच यह घटना प्रशासन के लिए चुनौती बन गई है। दमकल विभाग ने रात 8:55 बजे सूचना मिलने के बाद 13 गाड़ियों के साथ आग पर काबू पाया।
केंद्र सरकार का रुख
पहलगाम हमले के बाद केंद्र सरकार ने कई कड़े कदम उठाए हैं। कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) ने 23 और 30 अप्रैल को बैठकें कीं, जिसमें जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की गई और सशस्त्र बलों को “पूर्ण ऑपरेशनल स्वतंत्रता” देने का फैसला लिया गया। इसके अलावा, कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स (CCPA) ने पाकिस्तान के खिलाफ गैर-सैन्य उपायों, जैसे इंडस जल संधि को निलंबित करने और अटारी सीमा बंद करने पर विचार किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब की अपनी यात्रा बीच में छोड़कर 23 अप्रैल को दिल्ली लौटकर आपात बैठक बुलाई थी। सूत्रों के अनुसार, सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड का पुनर्गठन भी किया है।
जनता और विशेषज्ञों की राय
दिल्ली के बाजारों और पर्यटक स्थलों पर रहने वाले लोग हाई अलर्ट के कारण सतर्क हैं। चांदनी चौक के एक व्यापारी मोहम्मद असलम ने कहा, “पुलिस की मौजूदगी बढ़ने से सुरक्षा का भरोसा तो है, लेकिन बार-बार चेकिंग से काम में दिक्कत हो रही है।” वहीं, सुरक्षा विशेषज्ञ मेजर (रिटायर्ड) अनिल शर्मा ने कहा, “पहलगाम हमले के बाद दिल्ली जैसे महानगरों में हाई अलर्ट जरूरी है, क्योंकि आतंकी संगठन भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों को निशाना बना सकते हैं।”
क्या करें दिल्लीवासी?
सतर्क रहें: बाजारों, मेट्रो, और रेलवे स्टेशनों जैसे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सतर्कता बरतें। संदिग्ध वस्तुओं या व्यक्तियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
यात्रा योजना: पर्यटक स्थलों पर जाने से पहले सुरक्षा स्थिति की जानकारी लें और भीड़ से बचें।
पुलिस सहयोग: चेकिंग के दौरान पुलिस के साथ सहयोग करें और वैध पहचान पत्र साथ रखें।
अगले कुछ दिन तक असर
पहलगाम आतंकी हमले ने दिल्ली सहित देश के प्रमुख शहरों में सुरक्षा व्यवस्था को हाई अलर्ट पर ला दिया है। दिल्ली पुलिस और अन्य एजेंसियां किसी भी संभावित खतरे को टालने के लिए दिन-रात काम कर रही हैं। हालांकि, बार-बार होने वाली ऐसी घटनाएं और हाई अलर्ट की स्थिति दिल्लीवासियों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। जैसे-जैसे केंद्र सरकार जवाबी कार्रवाइयों की योजना बना रही है, दिल्ली में सुरक्षा और सतर्कता का माहौल अगले कुछ दिनों तक बना रहेगा।