Jamia Millia Islamia: देश की प्रतिष्ठित केंद्रीय विश्वविद्यालय जामिया मिल्लिया इस्लामिया में शुक्रवार को एक बड़े बवाल ने शैक्षणिक माहौल को झकझोर कर रख दिया। जुमे की नमाज के बाद छात्रों के दो गुटों में जबरदस्त झड़प हो गई, जिसमें कई छात्र घायल हो गए और विश्वविद्यालय परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
विश्वविद्यालय से जुड़े सूत्रों के अनुसार, इस झड़प की जड़ें गुरुवार रात (24 अप्रैल) को हुई एक मामूली बहस में हैं। बताया जा रहा है कि मेवात क्षेत्र के एक छात्र और बिहार से आए कुछ छात्रों के बीच कहासुनी हो गई थी। इस दौरान बिहार के छात्रों के समूह ने कथित तौर पर मेवात के छात्र पर हमला किया, जिससे दोनों पक्षों के बीच तनाव पैदा हो गया।
जुमे की नमाज के बाद टकराव, चले लाठी-डंडे और पत्थर
तनाव शुक्रवार को उस समय विस्फोटक रूप ले लिया जब नमाज के बाद गेट नंबर 7 के पास दोनों पक्ष फिर आमने-सामने आ गए। देखते ही देखते बात हाथापाई से बढ़कर लाठी, ईंट और पत्थरबाजी तक पहुंच गई। इस झड़प में करीब 5 से 6 छात्र घायल हुए, जिन्हें एम.ए. अंसारी स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार दिया गया और बाद में छुट्टी दे दी गई।
प्रशासन और पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल
अब तक न तो विश्वविद्यालय प्रशासन और न ही दिल्ली पुलिस की ओर से कोई औपचारिक बयान जारी किया गया है। साथ ही, किसी भी पक्ष की ओर से कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है, जिससे इस घटना की गंभीरता पर सवाल उठ रहे हैं।
हालांकि, मौके पर मौजूद विश्वविद्यालय सुरक्षा और बाद में पहुंची पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया। लेकिन छात्रों के बीच अभी भी तनाव और नाराज़गी बनी हुई है।
क्या है झगड़े की असली वजह?
फिलहाल घटना की सटीक वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है, लेकिन छात्रों के अनुसार विश्वविद्यालय परिसर में बाहरी हस्तक्षेप और क्षेत्रीय गुटबाजी तेजी से बढ़ रही है। इससे पहले भी ऐसे तनावपूर्ण माहौल की शिकायतें सामने आती रही हैं।