हरियाणा के नूंह जिले में हरियाणा रोडवेज की कार्यशाला और सेवाओं में एक बड़ा बदलाव आने वाला है। जिला परिवहन प्रबंधन ने पुरानी और जर्जर सुविधाओं को दुरुस्त करने और यात्री सेवाओं का दायरा बढ़ाने के लिए एक व्यापक रूपरेखा तैयार की है। रोडवेज के महाप्रबंधक कुलदीप जांगड़ा ने बताया कि आगामी शुक्रवार को होने वाली एक महत्वपूर्ण बैठक में आधुनिक तीन मंजिला कार्यशाला का डिजाइन फाइनल होने की उम्मीद है।
पुरानी व्यवस्था से छुटकारा, आधुनिक सुविधाओं का निर्माण
गुरुग्राम-अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग 248ए पर स्थित पुराने बस अड्डे परिसर में मौजूदा कार्यशाला की हालत काफी दयनीय है। यहां कर्मचारियों के बैठने की कोई ठोस व्यवस्था नहीं है और बरसात में पूरा परिसर पानी से भर जाता है, जिससे कामकाज बुरी तरह प्रभावित होता है। इस स्थिति को पूरी तरह बदलने के लिए एक अत्याधुनिक तीन मंजिला कार्यशाला का प्रस्ताव है, जिसमें कर्मचारियों के लिए बेहतर बैठक व्यवस्था, एक ड्राइविंग प्रशिक्षण स्कूल और आधुनिक रखरखाव सुविधाएं शामिल होंगी। जांगड़ा ने कहा कि चंडीगढ़ मुख्यालय से भी इस संबंध में संपर्क किया गया है और पुराने प्रस्तावों पर काम पूरा हो चुका है।
नई बसों से बढ़ा राजस्व, यात्री सेवाओं का विस्तार जारी
जिले की परिवहन सेवाओं में पहले से ही सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहे हैं। नूंह डिपो के बेड़े में अब कुल 90 नई BS6 बसेंशामिल हैं, जिनमें से 85 हरियाणा रोडवेज की और 5 किलोमीटर स्कीम वाली बसें हैं। इन नई बसों के चलन से सेवा का किलोमीटरेज बढ़ा है और राजस्व में भी इजाफा हुआ है। अक्टूबर 2025 में प्रति माह 9000 किलोमीटर सेवा बढ़ने से विभाग को रोजाना 2 से 2.5 लाख रुपये का अतिरिक्त राजस्व मिल रहा है।
जयपुर समेत नए मार्गों पर सेवा शुरू करने की तैयारी
महाप्रबंधक जांगड़ा ने आगामी योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि नूंह से गंगानगर के लिए परमिट बढ़ाने और कामां-भरतपुर मार्ग पर सेवा शुरू करने पर विचार चल रहा है। सबसे बड़ी योजना दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का लाभ उठाते हुए जयपुर और बालाजी के लिए सीधी बस सेवा शुरू करने की है। इस संबंध में पत्राचार भी किया जा चुका है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही यात्रियों को एक्सप्रेसवे के माध्यम से जयपुर की सुविधा मिल सकेगी।
इसके अलावा, स्थानीय और ग्रामीण मार्गों पर भी सेवाओं का विस्तार किया गया है। बडकली से पुनहाना के लिए बसों की आवृत्ति बढ़ाई गई है और नूंह से पलवल (छछेड़ा व कुर्थला होकर) तथा नल्हड़ मेडिकल कॉलेज, गुरुग्राम सेक्टर-14 और हिसार-सिरसा जैसे नए मार्गों पर सेवा शुरू करने पर काम चल रहा है।
कर्मचारियों और यात्रियों में उत्साह
इन सुधारों से कर्मचारियों और यात्रियों दोनों में उत्साह देखने को मिल रहा है। एक ड्राइवर संजय कुमार ने कहा, “नई बसें बढ़िया हैं। बस समय प्रबंधन और बेहतर हो तो और अच्छा रहेगा।” महाप्रबंधक जांगड़ा ने कहा कि उनका प्रमुख लक्ष्य कर्मचारियों को बेहतर कार्य वातावरण देना और हरियाणा परिवहन के वाहनों का उचित रखरखाव सुनिश्चित करना है, ताकि यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक सेवा मिल सके।
नूंह रोडवेज के परिवर्तन की यह कहानी न सिर्फ बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण की है, बल्कि सार्वजनिक परिवहन को अधिक कुशल, लाभकारी और यात्री-हितैषी बनाने के एक बड़े प्रयास की भी है। अगर ये योजनाएं समयबद्ध तरीके से लागू होती हैं, तो नूंह जिले का परिवहन तंत्र एक नए युग में प्रवेश करेगा।



