New Highway Update: राजस्थान में लंबे समय से लंबित अलवर–बहरोड़ फोरलेन परियोजना को लेकर आखिरकार बड़ी अपडेट सामने आई है। राजस्थान राज्य सड़क विकास निगम लिमिटेड (RSRDC) ने इस बहुप्रतीक्षित परियोजना की 516 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार कर सरकार को भेज दी है। अब सरकार की मंजूरी मिलते ही फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। अगर सब कुछ तय समय पर हुआ, तो नए साल से अलवर जिले की जनता को इस नई हाईवे सुविधा का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
फोरलेन के बाद सिर्फ 45 मिनट में पहुंचेगे बहरोड़
वर्तमान में अलवर से बहरोड़ की लगभग 60 किमी दूरी तय करने में करीब 2 घंटे लग जाते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है—
संकीर्ण दो लेन सड़क
डिवाइडर का अभाव
जगह-जगह खराब और जर्जर रोड
अधिक ट्रैफिक और दुर्घटनाओं का जोखिम
लेकिन नई फोरलेन सड़क बन जाने के बाद अलवर से बहरोड़ की यात्रा सिर्फ 45 मिनट में पूरी हो सकेगी। फोरलेन सड़क से न सिर्फ यात्रा तेज होगी बल्कि भारी वाहनों का दबाव भी कम होगा और सड़क सुरक्षित बनेगी।
70 किमी का नया सीधा मार्ग तैयार किया जाएगा
हालांकि अलवर से बहरोड़ की वास्तविक दूरी लगभग 60 किलोमीटर है, लेकिन सड़क पर मौजूद तीखे मोड़ और घुमाव खत्म करने के लिए नई सड़क को 70 किलोमीटर लंबाई तक बनाया जाएगा। इससे यात्रा और भी सुगम, सीधी और सुरक्षित हो जाएगी।
RSRDC के अधिकारियों के अनुसार इस परियोजना को पूरा करने में लगभग दो वर्ष का समय लग सकता है।
सोड़ावास में ओवरब्रिज, कई घुमाव खत्म — रास्ता होगा अत्यंत सुरक्षित
DPR के अनुसार नए फोरलेन मार्ग पर कई बड़े बदलाव किए जाएंगे:
सोड़ावास के पास ओवरब्रिज बनाया जाएगा
जिदौली, आलमपुर और डहरा के खतरनाक घुमाव पूरी तरह समाप्त होंगे
बीच में डिवाइडर, स्ट्रीट लाइट और पौधरोपण किया जाएगा
सड़क को आधुनिक मानकों के अनुसार मजबूत बनाया जाएगा
इन सुधारों से सड़क पर दुर्घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आने की उम्मीद है।
16 हेक्टेयर अतिरिक्त जमीन की जरूरत — 75 करोड़ का मुआवजा
नई फोरलेन सड़क तैयार करने के लिए कुल 16 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की आवश्यकता होगी। इसके लिए सरकार लगभग 75 करोड़ रुपये का मुआवजा देने की तैयारी कर रही है। जमीन अधिग्रहण के बाद निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ सकेगा।
कुल लागत 516 करोड़ रुपये — मंजूरी मिलते ही शुरू होगा निर्माण
RSRDC के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सतीश कुमार ने बताया कि पूरी फोरलेन परियोजना पर 516 करोड़ रुपये खर्च होंगे। DPR सरकार को भेज दी गई है और जल्द ही इसकी मंजूरी मिलने की संभावना है। मंजूरी के बाद ठेके जारी होंगे और निर्माण का काम शुरू कर दिया जाएगा।
फोरलेन सड़क के बन जाने से—
अलवर और बहरोड़ के बीच यातायात सुगम होगा
यात्रा समय में भारी कमी आएगी
व्यापारियों और उद्योगों की आवाजाही में तेज़ी आएगी
एक्सीडेंट के मामलों में कमी आएगी
क्षेत्र में विकास की गति बढ़ेगी
यह परियोजना अलवर, बहरोड़, नीमराना और आसपास के क्षेत्र के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है।


